Benefits of Mint in Hindi: पुदीना…..जिसके अनेकों फायदे हैं। पाचव तंत्र में सुधार से लेकर वजन घटाने तक, जी मिचलाने से लेकर डिप्रेशन और थकान को दूर करने तक परेशानी में काम आता है पुदीना। आधी समस्या तो इसकी खूशबू से ही दूर हो जाती है। इसकी खूशबू एक अलग सी ताज़गी देती है। तभी तो माउथ फ्रेशनर के तौर पर भी पुदीना का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर पुदीना को जड़ी बूटी कहा जाता है। जो सैकड़ों सालों से इस्तेमाल में आती रही है। वहीं आज के दौर में पुदीना यानि Mint Flavour के दन्त मंजन यानि Toothpaste, चुइंग गम्स, माउथ फ्रेशनर कैंडीज और इनहेलर जैसे प्रोडक्ट्स बाज़ार में मौजूद हैं।
सिर्फ बीमारी में ही नहीं बल्कि पुदीना अक्सर भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जाता है। आप चाहे तो पुदीने की चटनी बना सकते हैं, या फिर तीखा जलजीरा। किसी भी तरीके से इस्तेमाल कीजिए पुदीना खाने में लाजवाब ही लगता है। पुदीने में कई तरह के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं पुदीने के कुछ खास फायदे…
पाचन तंत्र को बनाता है मजबूत (Benefits of Mint in Hindi)
पुदीना पाचन प्रणाली (Digestive system) को ठीक रखने में अहम भूमिका निभाता है। अगर आपका पाचन तंत्र ठीक नहीं रहता है तो आपको नियमित रूप से पुदीने का सेवन करना चाहिए। इससे आपकी पेट से संबंधित तमाम तकलीफें जल्द ही दूर हो जाएंगी। दरअसल पेट खराब होने से आपका खाना पचता नहीं है। लिहाज़ा आपके पेट से संबंधित दिक्कतें शुरू हो जाती है। ऐसे में अगर आप पुदीना रोज़ खाएंगे तो आपको काफी फायदा होगा।
पुदीना लीवर को भी बनाए मजबूत
लीवर जब अपना काम ठीक से नहीं कर पाता, या फिर कमज़ोर हो जाता है, खाना पचने में दिक्कत आने लगती है तब इस सभी हालातों से निपटने में पुदीने का सेवन ही कारगर उपाय है।
याददाश्त को बढ़ाता है पुदीना
एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि पुदीना को जागरूकता, धारण शक्ति और संज्ञानात्मक क्रिया के प्रभावो को बढ़ाते हुए देखा गया है। इसक मतलब ये है कि जो लोग च्यूइंग गम या मिंट बबल गम का सेवन करते है, उनकी दिमागी सतर्कता उन लोगों से ज्यादा होती है जो च्यूइंग गम नहीं खाते। अध्ययनों से पता चलता है कि मिंट स्मृति बढ़ाता है।
वज़न भी घटाता है पुदीना
पुदीना वज़न घटाने में भी मदद करता है। पुदीना खाने में मौजूद पोषक तत्व को अवशोषित करता है, साथ ही वसा के रूप में इक्ठ्ठी हुई चर्बी को इस्तेमाल करने योग्य ऊर्जा में बदल देता है। जिससे बेवजह वज़न नहीं बढ़ता। अगर आप वज़न कम करना चाहते हैं तो आज से ही पुदीने को अपने आहार में ज़रूर शामिल कर लें।
दांतों के लिए अच्छा होता है पुदीना
पुदीने का एक फायदा ये भी है कि ये दांतों के लिए काफी फायदेमंद होता है। पुदीना मुंह में बैक्टीरिया के विकास को रोकता है और दांतों और जीभ को साफ करता है। जिसे आपके मुंह से दुर्गंध भी नहीं आती।
पुदीने के तेल दर्द करता है दूर
क्या आप जानते हैं कि पुदीने का तेल भी होता है जो कई प्रकार के दर्द से निजात दिला सकता है। दरअसल पुदीना बेहद ठंडा होता है जहां चोट लगी हो या दर्द हो रहा हो, तो वहां पुदीने का तेल लगा ले, ये आपको ठंडक प्रदान करता है। जिससे दर्द कम हो जाता है।
इम्यूनिटी भी बढ़ाता है पुदीना
अगर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है। और आप बार-बार बीमार हो जाते हैं तो आपको नियमित रूप से पुदीने का सेवन करना चाहिए। क्योंकि पुदीना में कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन सी, डी, ई और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जिससे आपकी इम्यूनिटी बढ़ती है।
पुदीना की पत्तियों के ठीक होते हैं मुँहासे
अगर आपको Pimple की परेशानी है तो पुदीना एक बेहतर उपाय साबित हो सकता है। Mint में एंटी बैक्टीरियल गुण होते है जो मुंहासे से स्किन पर बने गड्डों को भरने में मदद करते हैं।
मासिक धर्म के दौरान दिक्कतों में फायदेमंद है पुदीना
पुदीना महिलाओं की हर महीने होने वाली परेशानियों को भी दूर कर सकता है। पुदीना के पत्ते खून को शुद्ध करते हैं और हमारे शरीर की शांत मांसपेशियों पर anti-spasmodic effect पड़ता है, इसलिए मासिक धर्म के ऐंठन के दर्द को दूर करने के लिए यह एक बहुत अच्छा उपाय है। बस पुदीना डालकर चाय या एक कप काढ़ा बना लें और दिन में कई बार घूंट घूंट पीती रहें। इससे महिलाओं को खासतौर से राहत मिलेगी।
चलिए अब आपको बताते हैं कि पुदीना का उपयोग आपको करना कैसे हैं।(How to use Mint in hindi)
- आप हरी सलाद, डेजर्ट, चिकन और यहां तक कि पानी के जरिए इसका सेवन कर सकते हैं। पुदीने को कुछ घंटो के लिए पानी में डालकर रख दीजिए और फिर बार-बार उसी पानी का सेवन करें। इससे आपको काफी फायदा होगा।
- खराब सांस का इलाज या मुंह की बदबू दूर करने के लिए ताजा या सूखे पत्ते खा सकते हैं।
- मस्तिष्क को ठंडा रखने के लिए पुदीने के तेल का इस्तेमाल करें।
- आप जलजीरा पी सकते हैं, या फिर पुदीने की चटनी का रोज़ाना सेवन कर सकते हैं।