Breast Cancer Symptoms in Hindi: बदलती हुई जीवन शैली की वजह से बीमारियां भी तेजी के साथ बढ़ रही हैं। फिर चाहे पुरुष हो या महिला इन बीमारियों ने सभी को अपनी चपेट में ले रखा है।कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी मौजूदा परिवेश में आम हो गई है। कैंसर कई प्रकार के होते हैं कुछ लोगों को ब्रेन कैंसर होता है तो वहीं कुछ लोग ब्लड कैंसर की वजह से अपना दम तोड़ देते हैं।
इसी के साथ ही महिलाओं में अब ब्रेस्ट कैंसर की समस्या भी लगातार बनी रहती है। ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल अक्टूबर महीने को एक जागरूकता माह की तरह मनाया जाता है। ब्रेस्ट कैंसर लाइलाज नहीं है, अगर शुरुआती दौर में इसका पता चल जाए तो इसका उपचार किया जा सकता है। लेकिन कुछ लोगों को इसकी सटीक जानकारी नहीं रहती है और उन्हें जब इस बीमारी के बारे में पता चलता है तब तक बहुत देर हो जाती है। आज के इस लेख में हम आपके ब्रेस्ट कैंसर और उससे जुड़ी हुई सभी जानकारियां विस्तार के साथ देंगे।
क्या है ब्रेस्ट कैंसर? (Breast Cancer Kaise Hota Hai)
ब्रेस्ट कैंसर को आमतौर पर स्तन कैंसर के नाम से जाना जाता है और यह सबसे आम कैंसर में से एक है। ब्रेस्ट कैंसर आमूमन महिलाओं को प्रभावित करता है और ऐसा तब होता है जब स्तन की कोशिकाएं बढ़ जाती हैं। मेडिकल रिपोर्ट्स की माने तो ब्रेस्ट कैंसर 50 साल या उससे अधिक उम्र की महिलाओं को प्रभावित करता है, लेकिन पिछले कुछ समय से 50 साल से कम उम्र की महिलाओं में भी इसकी समस्या को देखा गया है। इसके साथ ही पुरुषों में भी स्तन कैंसर के मामले अब देखे जा रहे हैं।
ब्रेस्ट कैंसर के प्रकार (Types Of Breast Cancer)
- इनवेसिव डक्टल कार्सिनोमा :- यह कैंसर दूध की नलिकाओं में शुरू होता है और आसपास मौजूद ब्रेस्ट टिशु को संक्रमित करता है।
- लॉबुलर ब्रेस्ट कैंसर :- यह ब्रेस्ट कैंसर मिल्क प्रोड्यूजिंग यूनिट में शुरू होता है और इसके बाद ब्रेस्ट टिशु में फैला है।
- डक्टल कार्सिनोमा इनसीटू :- आईडीसी की तरह यह स्तन कैंसर दूध की नलिकाओं में शुरू होता है और यह सिर्फ दूध की नलिकाओं तक ही सीमित रहता है इससे स्तन के अन्य भाग प्रभावित नहीं होते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण (Breast Cancer Symptoms in Hindi)
- ब्रेस्ट की साइज में बदलाव।
- मटर के दाने जितनी गांठ का महसूस होना।
- अंडर आर्म्स में गांठ होना।
- निप्पल लाल, बैंगनी या गहरे रंग का दिखाना।
- निप्पल से ढाबा या लगातार लिक्विड निकालना।
- स्तन की त्वचा में सिकुड़न या सूजन।
ब्रेस्ट कैंसर के कारण
- अगर किसी भी इंसान के परिवार में कोई भी शख्स ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित रहता है। तब 15% यह संभावना होती है कि उसे भी भविष्य में इस गंभीर रोग से जूझना पड़ सकता है।
- स्मोकिंग या तंबाकू के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर सहित अन्य कई प्रकार के कैंसर भी हो सकते हैं।
- अधिक वजन की वजह से भी ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बना रहता है।
- यदि किसी ने रेडिएशन थेरेपी ली है तो फिर ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना हो सकती है।
- जो लोग हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का इस्तेमाल करते हैं उनमें भी इस गंभीर रोग का खतरा बना रहता है।
- इसके साथ ही शराब के सेवन से भी ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बना रहता है।
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव
- मोटापा कई गंभीर बीमारियों का जड़ बनता है इसी वजह से अपनी डाइट में उन चीजों का सेवन करें जिससे मोटापा ना बढ़े।
- अपनी डाइट में ग्रीन वेजिटेबल्स, फ्रूट्स, डेयरी प्रोडक्ट्स और कैल्शियम युक्त भोज्य पदार्थों को शामिल करें। इसके साथ ही रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट के सेवन से बचें।
- खुद को ब्रेस्ट कैंसर की जड़ से बचाए रखने के लिए शारीरिक रूप से फिट रखें। इसके साथ ही आउटडोर गेम्स में भी अपनी रूचि दिखाएं।
- नियमित रूप से अपने स्तनों की जांच करते रहें। अगर आपको जरा सी भी शंका होती है तो फिर तुरंत ही डॉक्टर से सलाह में।
- इस लेख को सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है किसी भी नई चीज को अपने से पहले डॉक्टर उसकी सलाह अवश्य लें। ऊपर बताई गई चीज किसी भी रोग का सटीक इलाज नहीं हैं।
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