How To Stop Snoring In Hindi: अक्सर सोने के बाद लोग क्या-क्या हरकत कर जाते हैं ये उन्हें पता भी नहीं होता। उन्हीं में एक खर्राटे होते हैं जो Health खराब होने के अलग-अलग तरह की कारणों से हो जाता है। खर्राटों के कारण कभी-कभी कई शादियां भी टूट जाती हैं क्योंकि एक मानता नहीं कि वो खर्राटे लेता है दूसरे की रातों की नींदे इनकी वजह से उड़ी रहती है। इसलिए खर्राटे एक सीरियस मामला होता है और इन्हें मानकर इसे दूर होने के उपाय हमें सोचना चाहिए।
क्यों आते हैं खर्राटे? [Reason of Snore]
जब कोई व्यक्ति सोता है औऱ अगर उस समय तेज वाइब्रेशन या आवाज आने लगे तो उन्हें खर्राटे कहते हैं। इसे अक्सर लोग हल्के में लेते हैं लेकिन ये कई सारी बीमारियां होने के कारण बन जाती है जिन्हें समय रहते हमें ठीक कर लेना चाहिए। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एनाटॉमिकल स्टैंडपॉइंट में इस बात का खुलासा हुआ है कि थोड़े खुले अपर एयरवे (नाक और गले का भाग) जब आपस में फंसने लगते हैं तो खर्राटे की आवाज आती है। नींद में हम सभी के गर्दन की मांसपेशियां रिलैक्स मोड पर चली जाती हैं लेकिन कभी-कभी इतना रिलैक्स हो जाती हैं कि ऊपर के एयरवे बंद हो जाते हैं यानी बाहर जाने की नली सिकुड़ने लगती है। जब ऐसा होता है तो उस समय व्यक्ति के शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। ऐसी स्थिति में ब्रेन को जागने का सिग्नल भेजता है और इसके कारण कई बार हमारी नींद अचानक खुल भी जाती है।
जिन लोगों के टॉनसिल, जीभ बड़े होते हैं या जिन लोगों की गर्दन के आस-पास वजन होता है उन्हें खर्राटे आने की संभावना बहुत अधिक होती है। नाक और जॉ का आकार भी खर्राटे आने का कारण बनता है। एक रिपोर्ट के अनुसार 40 प्रतिशत एडल्ट को खर्राटे आते हैं।अक्सर मोटापा बढने से गले के ऊतकों का आकार बढ़ने गता है या गर्दन का मांस लटकने लगता है। लेटते समय एक्सट्रा मांस आने के कारण सांस की नली दबने लगती है और सांस लेने में परेशानी होती है, ये खर्राटे आने का मुख्य कारण होता है।
खर्राटे आने के लक्षण- [Symptoms of Snore]
- अक्सर देखा गया है कि नींद अगर सही तरह से नहीं होती है तो खर्राटे आते हैं। स्लीपिंग डिसऑर्डर को ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एन्प्रिया (Obstructive Sleep Apnea) भी कहते हैं, लेकिन ये जरूरी नहीं है कि जो खर्राटे ले रहा हो उसे OSA ही हुआ है, इसके कुछ ऐसे भी लक्षण हो सकते हैं।
- दिन में ज्यादा नींद आना
- सुबह सिर भारी होना
- सोने के समय नाक से आवाज आना
- उच्च रक्तचाप
- रात के समय छाती में दर्द
- नींद में बेचैनी होना
- रात के समय दम घुटना या हांफना
खर्राटे रोकने के उपाय- [Ways to Stop Snoring]
वैसे तो खर्राटे रोकने के कई उपाय होते हैं जो मेडिकल में काफी अलग-अलग तरीके के होते हैं लेकिन अगर हो सके तो आपको पहले अपने तरीके से भी इन्हें रोकने के उपाय कर लेने चाहिए। खर्राटा आना अपने आप में एक एम्बैरेसिंग होता है लेकिन क्या करें स्वास्थ्य पर किसी तरह का ज़ोर नहीं होता है। खैर आमतौर पर आप इन उपायों से अपने खर्राटों पर विराम लगा सकते हैं..
- शहद और अदरक की चाय पिएं।
- अगर आपका वजन ज्यादा है तो उसे कम करना शुरु कर दें।
- Nasal Strips या External Nasal Dilator का इस्तेमाल करना शुरु कर दें।
- सोने से पहले एल्कोहल का सेवन नहीं करें या जरूरत है तो बहुत कम करें।
- स्मोकिंग बिल्कुल बंद कर दीजिए।
- बेडरूम में हवा की नमी बनी रहनी चाहिए।
- जैतून के तेल का सेवन करें।
- एक बगल होकर सोने की कोशिश करें और पीठ के बल कम सोया करें।