दोस्तों क्या आप बहुत ज्यादा सोचते हैं या कोई चिंता है जो आपको हमेशा परेशान करती है और इसकी वजह से आप दिन भर चिंतन करते रहते हैं या फिर आपको कोई डर सता रहा है जो आपको सोचने पर मजबूर कर रहा है। अगर इन सभी सवालों के जवाब हाँ है तो मैं आपको बता दूँ कि आपकी इस आदत की वजह से आपकी तबियत खराब हो सकती है, हमेशा सिर दर्द की शिकायत हो सकती है और सोचने की अधिकता की वजह से आपको माइग्रेन या डिप्रेशन या फिर अन्य कोई दिमाग की बीमारी हो सकती है, जो कि आपके लिए बिल्कुल भी अच्छा नही है।
आज के इस युग में हमें कई लोग ऐसे मिलेंगे जो सदैव तनाव ग्रस्त होते हैं, जैसे कि किसी को पढ़ाई की चिंता, किसी को शादी की, किसी को कैरियर की चिन्ता तो किसी को व्यापार की, और ना जाने कितनी ही ऐसी चिंताये है जो लोगो को घेरे हुए है, पर जब आप इन सब के बारे में जरूरत से ज्यादा सोचने लगते हैं, तब शुरू होती है आपकी शारीरिक समस्या जो कि आपके परेशानी की वजह भी बन सकती है।
तो आइए आज हम बात करते हैं कि इस समस्या से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है:- (How to Stop Overthinking)
आत्म अनुभूति- दोस्तों सबसे पहले तो आपको ये मानना होगा कि आपको ज्यादा सोचने की बीमारी है। जब तक आप खुद इस बात को नही मान लेते तब तक आप इस समस्या से नही उबर सकते।
अपराध बोध से खुद को बचाये- दोस्तों जब कभी आपसे कुछ गलती होती है, तो इसके बारें में ज्यादा मत सोचिये, अगर आप उस बात को बार बार सोचेंगे तो आप अपराधी महसूस करेंगे और अपने आप को माफ नही कर पाएंगे। अपने मन में आपको बस ये विचार लाना कि, ” क्या हुआ, गलती सबसे होती है, गलतियों ही लोग सीखते हैं “, ऐसा सोचने से आपको बहुत हल्का महसूस होगा, और मन में किसी प्रकार का कोई बोझ भी नही रहेगा।
अपने आप से बात न करें- दोस्तों कोशिश करें कि कभी भी अपने आप से बात ना करें, जरूरत पड़े तो दोस्तों व रिश्तेदारों से बातें करें, उनकी राय लें, पर अपने आप से बात करके किसी भी बात का हल निकालने का प्रयत्न ना करें, इससे आप किसी नतीजे पर नही पहुँच पाएंगे।
खाली ना बैठे- दोस्तों जितना हो सके अपने आप को व्यस्त रखने की कोशिश करें, क्योंकि खाली बैठने पर आपका दिमाग इधर उधर की बातें सोचने लगेगा और आप फिर से गहन चिंतन में चले जायेंगे, अपने आप को इतना व्यस्त कर लीजिए कि कुछ सोचने का समय ही ना मिले आपको। आपको जो काम सबसे ज्यादा अच्छा लगता हो वो कीजिये, आपको बहुत आनंद आएगा और मन प्रसन्न रहेगा।
मन को स्थिर रखें- दोस्तों किसी भी बात को इतनी गंभीरता से मत सोचिये कि मन की स्थिति एकदम अस्त व्यस्त हो जाये, जो लोग ज्यादा सोचते हैं उनके दिमाग मे हमेशा हलचल रहती है और वो कभी एकाग्रचित नही हो पाते, इसलिए अपने दिमाग को स्थिर बनाये रखें। यदि कोई खयाल मन में आ भी रहा हो तो उसे तुरंत ही दूर हो जाये।
लोगों से बातें करें- अगर कोई बात आपको सता रही है तो किसी दोस्त या रिश्तेदार या किसी से भी तुरंत साझा करें, जिससे आपके मन को हल्का महसूस होगा और आपको इसका हल भी मिल जाएगा, जिससे आपको ज्यादा सोचना नही पड़ेगा। बात आपके मन में रह गयी तो वो विकराल रूप ले सकता है और साझा करने पर आपको किसी भी प्रकार की समस्या नही आएगी।
अलग तरीके से समझने की कोशिश करें- वो बात जो आपको ज्यादा सोचने पर मजबूर कर देती है, उसको दूसरे पहलू से समझने की कोशिश करें, हो सकता है कि दूसरा पहलू बहुत ही आसान हो और इसकी वजह से आप तनावमुक्त हो जाएंगे। सामने वाले का नजरिया भी समझने की कोशिश करनी चाहिए।
निष्कर्ष:
ऊपर दिए गए विचारों और तरीकों से आप अपने आपको फालतू की सोच और विचारों से मुक्ति दे सकते है। आशा करता हूँ की आज का हमारा लेख आपको सभी को पसंद आया होगा और सभी के लिए लाभकारी होगा.