कई लोगों को घूमने-फिरने का शौक होता है। कुछ लोग तो घूमने फिरने के इतने शौकीन होते हैं कि उन्हें बस घूमने जाने के लिए एक बहाना चाहिए होता है और वो निकल जाते हैं। नई जगहों पर जाना और उनको एक्सप्लोर करना कई लोगों की हॉबी होती है। आज हम आपको एक ऐसी ही महिला के बारे में बताएंगे जिसको घूमने का इतना ज्यादा शौक था कि उसके इस शौक की वजह से उसका नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कर दिया गया है।
हम बात कर रहे हैं 27 साल की अमेरिकी युवती केसी डी पेकोल की, जी हां इस महिला को विश्व की सबसे अनोखी महिला के नाम से नवाजा गया है। पेकोल दुनिया की ऐसी महिला बन गई हैं जिन्होंने 27 साल की उम्र में ही 196 संप्रभु राष्ट्रों की यात्रा रिकॉर्ड कम समय में पूरी की है। बता दें कि पेकोल ने इन सभी देशों की यात्रा महज 18 महीने 26 दिन में की है और नया रिकॉर्ड बनाया है। सबसे कम समय में पूरे विश्व की यात्रा करने के चलते उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। इससे पहले यह रिकॉर्ड जिस व्यक्ति के नाम पर था उसने पूरे विश्व की यात्रा करने में पेकोल से दोगुना समय लिया था।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पेकोल ने अपने विश्व भ्रमण अभियान की शुरुआत जुलाई 2015 में की थी। तब उन्होंने पूरे विश्व भ्रमण के लिए अपने लिए तीन साल और 18 महीनों का लक्ष्य रखा था, लेकिन उनके जज्बे के चलते उन्होंने यह
काम रिकॉर्ड बहुत ही कम समय में पूरा कर लिया।
कहा- शांति एवं स्थिरता के लिए की यात्रा
पेकोल ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है, ‘मैंने शांति एवं स्थिरता के लिए इतने देशों की यात्रा की। इसका विचार मुझे सबसे पहले तब आया, जब अगस्त 2009 में मैंने अपने भाई के साथ करीब एक महीना जर्मनी, स्विट्जरलैंड, बेल्जियम, नीदरलैंड और चेक रिपब्लिक में गुजारा था’। उनका कहना है, ‘हाल ही में संपन्न हुई मेरी 196 देशों की यात्रा के दौरान मेरा भाई साथ नहीं था। इस दौरान मैं कई बार रेलवे स्टेशनों पर सोई। मैंने अपनी जिंदगी को इसी तरह से जीने का अनोखा रास्ता चुना है। यही मुझे सुकून मिलता है’।
छोड़ी कॉर्पोरेट की नौकरी
के सी पेकोल ने कहा कि जब वह स्कूल में थी तभी से उन्होंने अपने मन में यह निश्चय कर लिया था कि वो पूरी दुनिया घूमेंगी। पेकोल हर देश की संस्कृति और रिलिजन को जानना और उसे पहचानना चाहती थीं। के सी ने अपने इस ट्रैवलिंग की शुरूआत साल 2010 से की थी। वह खुद को वर्ल्ड ट्रैवलर, एक्सप्लोरर, पर्यावरण एक्टिविस्ट, महिला अधिकार और पीस एक्टिविस्ट मानती हैं। के सी ने अपने इस सपने को पूरा करने के लिए साल 2015 में ही अपनी कॉरपोरेट की नौकरी छोड़ दी थी। केसी ने बताया कि इसके बाद वो अंटार्कटिका जाने का प्लान कर रही हैं।