Vayu Kon Dosha Kya Hota Hai: पौराणिक मान्यताओं व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना जाता है कि, वास्तु दोष ब्रम्हांड में उपस्थित पाँच तत्वों के माध्यम से उत्पन्न होता है। हमारे घर परिवार में वास्तु दोष का होना कई प्रकार की समस्याओं का विशेष कारण बन जाता है। इसलिए बिना देरी किए वास्तु दोष का जल्द से जल्द निवारण कर लेना चाहिए।
हालंकि वस्तु दोष में यह भी बात बताई गई है कि, वास्तु दोष का निवारण करने से पहले इस बात को जानना बहुत जरूरी है कि, किस वास्तु दोष की वजह से इन परेशानियों का सामना करना पड़ा है। इन्हीं दोषों में से एक है वायु कोण दोष और आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे वायु कोण दोष कब और कैसे लगता है।
क्या होता है वायु कोण दोष? (Vayu Kon Dosha Kya Hota Hai)
वायु कोण दोष वास्तु दोष का ही एक प्रकार है और यह आस-पास के परिवेश की हवाओं की वजह से होता है। अगर घर के आस-पास की हवा सही नहीं है तो फिर वायु दोष लग सकता है।
कब लगता है वायु कोण दोष (Kab Lagta Hai Vayu Kon Dosha)
यदि किसी भी घर में बहने वाली हवा का अनुमानित संतुलन बिगड़ जाता है। यानी बहने वाली हवा अपने दिशा के विपरीत चलने लगती है तो वायु कोण दोष होना प्रारंभ हो जाता है। घरों में मुख्यतः हवा का प्रवाह दरवाजे व खिड़कियों के माध्यम से होता है। ऐसी स्थिति में दरवाजे व खिड़कियों का गलत दिशा में होना वायु कोण दोष को जन्म देता है। इसी वजह से पौराणिक कथाओं और शास्त्रों में यह बताया गया है कि, घर के दरवाजे कभी भी दक्षिण दिशा की तरफ नहीं करनी चाहिए।
बहुत बुरा होता है वायु दोष का प्रभाव (Kaisa Hota Hai Vayu Kon Dosha Ka Prabhav)
वायु कोण दोष के कारण परिवार के सदस्यों को कुछ न कुछ हमेशा परेशानी बनी रहती है। इस दोष के कारण शारीरिक और मानसिक तनाव हमेशा बना रहता है। इसके साथ ही इस दोष की वजह से संपत्ति का भी नुकसान होता है।
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नोट:- इस लेख को सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर ज्योतिष शास्त्र के विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्र के विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।