Sahasrara Chakra in Hindi: कहते हैं हमारे पूरे शरीर को मस्तिष्क ही संचालित करता है। मस्तिष्क से मिलने वाले आदेशों को ही शरीर के विभिन्न अंग फॉलो करते हैं। लेकिन मस्तिष्क की एकाग्रता, बुद्धि और स्मरण शक्ति जहां से नियंत्रित होती है वो सहस्रार चक्र (Sahasrara Chakra) है जो सिर के शिखर पर मौजदू होता है। जिस तरह पृथ्वी के उत्तरी व दक्षिणी दो ध्रुव हैं, ठीक उसी तरह इंसानी शरीर के भी दो ध्रुव हैं – सहस्रार और मूलाधार। सहस्रार चक्र में मौजूद महत्वपूर्ण मेधा शक्ति ही वह हार्मोन है, जिससे मस्तिष्क की तमाम प्रक्रियाएं प्रभावित होती है।
यूं तो हमारे शरीर में मुख्य रूप से सात चक्र मौजूद हैं। शूक्ष्म शरीर(Astral body) और स्थूल शरीर जिन कन्द्रों पर मिलते हैं उन्हे ही चक्र कहा जाता है लेकिन इनमें सहस्रार चक्र को सर्वोपरि माना जाता है। जिस तरह सूर्य के प्रकाश में अन्य किसी तरह की कोई रोशनी नज़र नहीं आती। ठीक उसी तरह इस सहस्रार चक्र को भी शरीर में मौजूद सभी चक्रों में अग्रणी माना जाता है। जो हमारी सिर के सबसे ऊपरी शिखर पर मौजूद होता है। इसके साथ ही अन्य चक्र भी सहस्रार चक्र से ऊर्जा प्राप्त करते हैं।
कहा जाता है कि जब व्यक्ति का सहस्रार चक्र जाग्रत हो जाता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। आत्म अनुभूति और ईश्वर की अनुभूति, ब्रह्मांड की चेतना से व्यक्ति की आत्मा का जुड़ाव, कर्मों के बंधन से मुक्ति मिल जाती है। यानि साक्षात् जीवित रहते हुए ही व्यक्ति को आत्मा की अनुभूति हो जाती है।
सहस्राार चक्र कमज़ोर होने के लक्षण
अगर आपको अधिकतर समय सिर में दर्द की शिकायत रहती है, आप नींद न आने से परेशान हैं, दिमाग में हर वक्त कोई हलचल मची ही रहती है तो आपका सहस्रार चक्र कमज़ोर हो चुका है। ऐसे में आपको इस चक्र के जागरण की नितांत आवश्यकता है। इन सबके अलावा सहस्रार चक्र के कमज़ोर होने से कई आध्यात्मिक और भौतिक बदलाव महसूस होते हैं। आप दूसरों से अपनी दूरी बनाने लगते हैं। आपको एकांत में रहना अच्छा लगता है। नकारात्मक विचारों की मौजूदगी, खाने को लेकर कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं।
सहस्रार चक्र जागरण की विधि
सहस्रार चक्र को जाग्रत करने का सबसे उत्तम तरीका है ध्यान। लेकिन अगर केवल ध्यान से आपकी समस्या का ध्यान नहीं हो पा रहा है तो आप चक्र हीलिंग स्टोन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इससे आपका सहस्रार चक्र तो जाग्रत होगा ही साथ ही आपको इस चक्र के कमज़ोर होने से हो रही दिक्कतों से भी निजात मिलेगी।