Swati Nakshatra In Hindi: स्वाति नक्षत्र 27 नक्षत्रों में 15वां नक्षत्र है और यह राहु का दूसरा नक्षत्र है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार स्वाति नक्षत्र के सभी चार चरण तुला राशि में स्थित होते हैं, जिसके कारण इस नक्षत्र पर तुला राशि तथा इस राशि के स्वामी ग्रह शुक्र का भी प्रभाव पड़ता है। यह कई तारों का समूह ना होकर केवल एक तारा है, आकाश में अपने आकार और फैलाव के कारण अंडाकार मूंगे, मोती या मणी के समान चमकता दिखाई देता है। स्वाति नक्षत्र का अर्थ शुभ नक्षत्रपुंज से लिया जाता है। चंद्रमा के स्वाति नक्षत्र में होने पर जब वर्षा होती है तो वह शुभत्व मानी जाती है।
स्वाति नक्षत्र में जन्मे बच्चे का नाम(Swati Nakshatra me Janme Log)
बता दें यदि आपका जन्म स्वाति नक्षत्र में हुआ है तो निश्चित रूप से आप एक आकर्षक चेहरे और उससे भी अधिक आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी हैं। स्वाति नक्षत्र में जन्मा जातक अच्छी कद-काठी का होता है। जातक के चेहरे पर मुस्कान का भाव सदैव रहता है, इस कारण आप कहीं भी जाएं भीड़ से अलग ही दिखते हैं। इस नक्षत्र में जन्मे लोगों में बारे में कहा जाता है कि आप जैसा सोचते हैं वैसा करते हैं, दिखावा आपको पसंद नहीं। स्वाति नक्षत्र के जातक सामान्यतः हंसमुख व मिलनसार प्रवृत्ति के होते हैं। ये हमेशा अपने अच्छे शिष्टाचार के लिए जाने जाते हैं सतह ही ये लोग बुद्धिमान, विद्वान तथा प्रभावशाली भी होते हैं। ऐसा देखा गया है कि ये अपने व्यवहार में कुशल होते हैं और इनमें नियंत्रित व्यवहार होता है। इनका आत्म नियंत्रण काफी बेहतर रहता है। ऐसा देखा गया है कि ये लोग आमतौर पर बेहद दयालु और कानून पालन करने वाले होते हैं, जिसके तहत ये एक अच्छे नागरिक की भूमिका भी अदा करते हैं।
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स्वाति नक्षत्र जातक का पारिवारिक जीवन बहुत अधिक अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। अक्सर ऐसा देखा गया है कि बाहरी रुप से लोग इन्हें बेहतर समझते हैं और इनको एक अच्छा दंपति दिखाई देगा लेकिन वास्तव में भीतर से ये ऐसे नहीं हो पाते। परिवार में और सामाजिक स्थिति के चलते इन्हें कई बार अपनी चाह के विपरीत कार्य करना पड़ सकता है। चूंकि ये एक स्वतंत्र आत्मा के स्वामी हैं और ऐसे में इन्हें किसी के भी आदेश का पालन करना कतई पसंद नहीं। ये किसी पर भी तब तक मेहरबान रहते हैं जब तक कि सामने वाला आपकी आज़ादी में दखल न दे, जो भी आपकी आजादी को नुकसान पहुंचाएगा वो इनके क्रोध का शिकार अवश्य होगा। विपरीत लिंग के व्यक्तियों के प्रति इनमें विशेष आकर्षण रहता है, यही कारण है कि इनके मित्रों में विपरीत लिंग के व्यक्तियों की संख्या अधिक होती है।
स्वाति नक्षत्र में जन्मे जातकों का पारिवारिक और वैवाहिक जीवन(Swati Nakshatra Marriage Life In Hindi)
बता दें कि इन्हें अपने कार्यों पर किसी की टिप्पणी कतई पसंद नहीं है। यदि आपकी नज़र में सामने वाला दोषी है तो बदला लेने में ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। स्वाति नक्षत्र में जन्मे लोग हमेशा ही अपने कार्यों को पूरे मन लगा कर मेहनत और ईमानदारी के साथ करते हैं। ऐसा देखा गया है कि ये अपने जीवन के शरुआती 25 वर्षों में व्यवसायिक रूप से बहुत कठिनाईयां झेलते हैं और इन्हें इनके परिश्रम के अनुरूप उचित फल प्राप्त नहीं होता है, परन्तु 30 वर्ष के उपरान्त इन्हें इनके द्वारा किये हुए कार्यों का ब्याज समेत भुगतान मिलता है। स्वाति नक्षत्र के जातकों के लिए न्यायिक व्यवस्था में कार्य करना सबसे अधिक लाभप्रद है। आपका वैवाहिक जीवन बहुत सुखमय नहीं होगा क्योंकि आपसी वैचारिक मतभेदों के कारण घर में शांति नहीं रहेगी फिर भी स्थिति स्थिर रहेगी और बिगड़ेगी नहीं।
इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्वाति नक्षत्र में जन्म लेने वले जातक कभी आलस नहीं करते और हमेशा अपने काम में निपुणता दिखाते हैं। वैसे तो ये दिखने में साधारण शक्ल सूरत वाले होते हैं मगर बुद्धि से बेहद ही चपल एवं किसी भी स्थिति में अपने मनोरथ पूरे करने वाले होते हैं। इस नक्षत्र में जन्मे लोग स्वभाव से जिद्दी होने के कारण कभी-कभी अच्छे बुरे कार्य में भेद नहीं कर पाते हैं और इसकी वजह से इन्हें कई बार परिणाम भी भुगतना पड़ता है।
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