पिछले कुछ समय में महिला क्रिकेट ने बुलंदियों को छुआ है। आज महिला क्रिकेट किसी पहचान का मोहताज नहीं है। लगातार अच्छे प्रदर्शन और कड़ी मेहनत की बदौलत आज महिला क्रिकेट इस मुकाम पर पहुंचा है। काफी लम्बे समय से झूलन गोस्वामी और मिथाली राज ने भारतीय क्रिकेट को अपने कंधो पर उठाया है। लेकिन अब स्मृति मंधना, पूनम राउत और वेदा कृष्णमूर्ति जैसी प्रतिभाशाली क्रिकेटरों ने भारतीय क्रिकेट को एक नया मुकाम दिलाया है। अगर पुरुष क्रिकेट में हार्दिक पंड्या और के.एल.राहुल जैसे युवाओं ने टीम में एक नयी ऊर्जा भरी है तो महिला क्रिकेट में स्मृति और वेदा ने भी वही काम किया है। अन्य देशों में भी कई नयी महिला क्रिकेटरों ने खेल के लेवल को ऊपर उठाया है।
आईये जानते हैं वो कौन से 5 महिलाएं हैं जो कि इस खेल को और बेहतर बना रही हैं
1. स्मृति मंधना
वह सुन्दर हैं, सफल हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि अभी उन्होंने शुरुआत ही की है। सच बताया जाये तो ऐसे बहुत ही कम क्रिकेटर हैं जिन्होंने इतने कम समय में इतना कुछ हासिल किया है। एक छोटी बच्ची, जो कि अपने भाई के बैट पकड़ने के तरीके को कॉपी करते हुए इतनी बड़ी हो गयी कि अब वो प्रतिष्ठावान किआ सुपर लीग से जुड़ गयी हैं। इसके पीछे एकमात्र कारण उनकी मेहनत और प्रबल इच्छाशक्ति है।
2017 महिला विश्व कप में वेस्ट इंडीज के खिलाफ शतक जड़ने वाली स्मृति ने हरमनप्रीत कौर और मिथाली राज जैसी महिलाओं के साथ भारतीय बल्लेबाजी को मजबूती दी। उनके सबसे बेहतरीन प्रदर्शनों में हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गयी श्रृंखला है। भारत ने इस श्रृंखला को जीत विश्व क्रिकेट में नए मुकाम छुए। इस जीत के पीछे टॉप आर्डर में स्मृति की धुआंदार पारियां थी। मई 2018 में स्मृति ने अपना नाम रिकॉर्ड बुक्स में दर्ज करवाया जब उनको आई.पी.एल ट्रैलब्लेज़र्स की कप्तानी करने का मौका मिला।
41 एकदिवसय मैचों में स्मृति ने 3 शतकों और 11 अर्धशतकों की मदद से 1464 रन बनाए हैं।
2 . जहानारा आलम
बहुत कम बांग्लादेशी क्रिकेटर विश्व क्रिकेट में अपना नाम बना पाते हैं। जहानारा आलम एक ऐसा नाम है जिसने बांग्लादेश क्रिकेट में क्रान्ति लाई हैं। हाल ही के दिनों में एशिया कप में उनके शानदार प्रदर्शन को कैसे भुलाया जा सकता है? उनके प्रदर्शन की बदौलत, बांग्लादेश एशिया कप जीतने में सफल रहा।
रूमाना अहमद और सलमा खातून जैसे बड़े नाम होने के बावजूद जहानारा ने अपनी एक अलग पहचान बनाई।
29 एकदिवसीय मैचों में आलम 34 विकटें ले चुकी हैं।
3. टैमी बीमाउंट
कप्तान हीथ नाईट और विकेटकीपर-बल्लेबाज साराह टेलर की मौजूदगी में बीमाउंट अंग्रेजी बल्लेबाजी को और भी मजबूत बनाती हैं। बीमाउंट एक उत्कृष्ट एथलीट हैं और उनकी रन बनाने की तीव्रता उन्हें अन्य महिला क्रिकेटरों से अलग बनाती है। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने लगातार 2 शतक जड़े थे। टेलर, स्कीवर, नाईट और बीमाउंट जैसे नाम किसी भी गेंदबाजी को धराशायी करने में सक्षम हैं। टैमी की रन बनाने की कंसिस्टेंसी इंग्लैंड के लिए बहुत फायदेमंद होगी।
4. एमेलिया केर
जिस उम्र में सामान्य लड़कियां इंस्टाग्राम पे अपने नए टेडी के साथ फोटो डालती दिखती हैं, केर ने आयरलैंड के विरुद्ध 232 रनों की विशाल पारी खेल रिकॉर्ड बनाया। एक ऐसी टीम जो की सूजी बट्स, सोफी डिवाइन और ली ताहुहु के नामों से जानी जाती है, केर की इस पारी ने दुनिया भर में उनका नाम बना दिया और न्यू ज़ीलैण्ड के समर्थकों को हतोत्साहित कर दिया। बल्लेबाजी के साथ साथ केर एक कमाल के गेंदबाज़ भी हैं। आने वाले 20-20 विश्व कप में केर से बहुत उम्मीदें होंगी।
5. मेगन श्कूत
मेगन ऑस्ट्रेलियाई टीम के पेस अटैक की महत्वपूर्ण सदस्य हैं। अपनी विकटें लेने की क्षमता से मेगन ने दुनिया भर में अपना नाम बनाया है।
हाल ही में खेले गए आई.पी.एल के मुकाबले में श्कूत ने शानदार प्रदर्शन किया। एल्लीसे पैरी जैसे बड़े नाम के साथ मेगन ने भी एक अलग पहचान बना ली है। वह एक बहुत अच्छी फील्डर भी हैं।
क्रिकेट एक परम्परागत खेल है, यहाँ एक पीढ़ी जाती है तो नयी पीढ़ी खेल को और भी ख़ूबसूरती देती है। इन महिला क्रिकेटरों के अभी तक के प्रदर्शन को मद्देनज़र रखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा की महिला क्रिकेट और ऊँचाईआं छूने वाला है।