Yamraj ka Mandir: हर इंसान भगवान में विश्वास रखता है। जब भी इंसान को कोई परेशानी सताती है या फिर कोई डर तो वह भगवान को याद करता है। क्योंकि हर परेशानियों और दिक्कतों का हल भगवान के पास जरूर होता है। जब भी कोई व्यक्ति पूरी तरह से हर जगह से हार जाता है तो वो भगवान की शरण में चला जाता है। भगवान का स्मरण करने मात्र से ही मन को शक्ति और शांति मिलती है। अगर इसमें भी मन शांत नहीं होता है तो इंसान भगवान के मंदिर चला जाता है। लेकिन कभी आपने सुना है कि जो मंदिर जहां पर भक्तों को मन की शांति मिलती है वहां पर लोग जाने से कतराते हों।
जी हां, आज हम आपको एक ऐसे ही अजीबो गरीब मंदिर के बारे में बताएंगे जहां पर जाने से लोग डरते हैं। लोग कहते हैं कि भगवान के मंदिर में कोई निगेटिव एनर्जी नहीं होती है लेकिन इस मंदिर के बारे में लोगों का कहना है कि वहां पर भूत पिशाचों का डेरा है। यही वजह है कि लोग इस मंदिर में जाने से डरते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं इस मंदिर के बारे में।
मंदिर में प्रवेश करने से डरते हैं लोग [Yamraj Temple in Himachal Pradesh]
हिमाचल प्रदेश के चंबा में एक छोटे से कस्बे भरमोर में यह मंदिर स्थित है। बता दें कि इस मंदिर में लोगों को जाने से डर लगता है। बता दें कि यह मंदिर इसी वजह से काफी प्रसिद्ध है, क्योंकि लोगों के मन में इस मंदिर को लेकर के डर बसा है। जिस वजह से इस मंदिर में दर्शन करने के लिए लोग आते तो बहुत दूर-दूर से हैं लेकिन कोई भी इस मंदिर में प्रवेश नहीं करता और बाहर से ही दर्शन करके चला जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि यह किस देवता का मंदिर है तो हम आपको बता दें कि यह मंदिर मौत के देवता यमराज का है। बता दें कि भारत में ये यमराज देवता का एकमात्र मंदिर है।
यमराज ने बनाया था मंदिर [Yamraj ka Mandir]
लोगों का ऐसा मानना है कि इस मंदिर को स्वयं यमराज ने बनाया था। इस मंदिर के अंदर एक कमरा चित्रगुप्त का भी है जहां पर लोगों के कर्मों का लेखा जोखा होता है। यही वजह है कि लोग इस मंदिर में जाने से कतराते हैं। दरअसल, ये बात तो सब ही जानते हैं कि यमराज लोगों के शरीर से प्राण निकालकर ले जाते हैं और शरीर से आत्मा को अलग करते हैं। इसके बाद चित्रगुप्त उनके कर्मों का लेखा जोखा और उसके कर्म देखकर यह निर्धारित करता है कि उस व्यक्ति को स्वर्ग लोक भेजना है या फिर नर्क लोक। बता दें कि लोग इस मंदिर को यमराज का दरबार मानते हैं जहां पर मरने के बाद लोगों की आत्मा आती है और फिर उनके कर्मों द्वारा उनका फैसला होता है। बता दें कि इस मंदिर में चार दरवाजे हैं- सोने, चांदी, तांबे और लोहे का। लोगों का मानना है कि व्यक्ति की आत्मा के कर्मों और फलों को देखते हुए ही उसे अलग-अलग गेट से मंदिर में प्रवेश मिलता है।
मसलन जिस व्यक्ति ने अधिक पाप किए हैं उसे लोहे के दरवाजे से अंदर भेजा जाता है। जिसके पाप थोड़े कम है उसे तांबे के गेट से। जिसके पाप उससे भी कम है वो चांदी के गेट से और जिनके सभी कर्म ठीक हैं वो आत्मा सोने के गेट से बाहर निकलती है। इस मंदिर की बातें सुनकर तो ये बहुत ही दिलचस्प लग रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी लोग इस मंदिर में जाकर दर्शन करने से कतराते हैं। इसके पीछे लोगों की एक धार्मिक मान्यता है जिसके अनुसार कोई भी व्यक्ति यमराज को तभी देखता है जब उसकी मृत्यु हो जाती है, ऐसे में जीवित रहते हुए इस मंदिर में जाकर दर्शन करना लोग सही नहीं समझते हैं और यही वजह है कि लोगों को इस मंदिर में प्रवेश करने से डर लगता है।
बता दें कि भारत में ऐसे कई मंदिर हैं जो अपने इन्हीं तरह के रहस्यों की वजह से काफी फेमस हैं। कुछ मंदिर हवा में झूलते खंभों पर स्थित हैं तो वहीं किसी मंदिर के पास से गुजरने से मृत व्यक्ति के अंदर प्राण आ जाते हैं। भारत में ऐसे कई मंदिर हैं जहां पर होने वाली घटनाएं और रहस्य लोगों को काफी आकर्षित करते हैं और ताज्जुब की बात तो यह है कि आज के समय पर जब विज्ञान इतना आगे निकल गया है उस दौरान भी लोग और विज्ञान उन रहस्यों की गुत्थी नहीं सुलझा पा रहे हैं। लोगों की धार्मिक मान्यता और आस्था ही इस मंदिरों में लोगों को आकर्षित करती है। ऐसी जगहों पर लोग मीलों दूर से दर्शन करने आते हैं।