Indira Gandhi Facts in Hindi: इंदिरा गांधी को भारतीय राजनीति के इतिहास में आयरन लेडी के नाम से जाना जाता है। राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो भारत की राजनीति में आज तक इंदिरा गांधी जैसी सशक्त और मजबूत महिला नहीं रही। इंदिरा गांधी को भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी इंदु के नाम से बुलाया करते थे। इंदिरा गांधी एक ऐसी शख्सियत थी जो अपने खुद के दम पर बड़े से बड़े फैसले करने में सक्षम रहती थीं। बहुत कम लोग जानते हैं कि इंदिरा गांधी का एक और नाम था जिस नाम से उनके पिता जवाहरलाल नेहरू और रविंद्र नाथ टैगोर बुलाया करते थे वह नाम था ‘प्रियदर्शिनी’। इंदिरा गांधी का नामकरण उनके दादा मोतीलाल नेहरू ने किया था। ऐसा कहते हैं कि मोतीलाल नेहरू ने इंदिरा गांधी का नामकरण अपनी माता की स्मृति में किया था। इंदिरा का शाब्दिक अर्थ होता है लक्ष्मी या दुर्गा। इंदिरा गांधी को लौह महिला इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने राजनीतिक जीवन में अपने नाम को चरितार्थ किया।
इंदिरा गांधी की उपलब्धियां [Indira Gandhi Facts]
इंदिरा गांधी ने अपने राजनीतिक जीवन में कई सारी उपलब्धियों को अपने नाम किया है। दरअसल भारत की आजादी के बाद पाकिस्तान को भारत से अलग कर दिया गया और इस दौरान भारत का एक हिस्सा और पाकिस्तान के दो हिस्से हुए पाकिस्तान के दूसरे हिस्से को पूर्वी पाकिस्तान कहा गया। यह रहने वाले लोगों के साथ काफी लंबे समय तक झांसी होती थी लोगों को हिंसा का सामना करना पड़ता था जिसे देखते हुए इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के साथ जंग शुरू कर दिया और 17 दिसंबर 1971 को पूर्वी पाकिस्तान को पाकिस्तान से अलग कर दिया जिसके बाद इस देश का नाम बांग्लादेश रखा गया। हमारे देश में बैंकों का राष्ट्रीयकरण और बीमा कारोबार का राष्ट्रीयकरण करने का श्रेय भी इंदिरा गांधी को ही जाता है। 1969 में इंदिरा ने बैंकों का और 1972 में बीमा कारोबार का राष्ट्रीयकरण किया। 1960 और 70 के दशक में इंदिरा गांधी ने देश में हरित और श्वेत क्रांति की शुरुआत करने के लिए लोगों को काफी प्रोत्साहित किया। इस दौरान इंदिरा की सरकार ने गरीबी को खत्म करने के लिए 20 सूत्रीय कार्यक्रम लागू किया। साल 1972 में इंदिरा गांधी को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। वहीं 1974 में इंदिरा गांधी के सरकार में ही पोखरण में परमाणु विस्फोट करके भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र में परिवर्तित कर दिया। इंदिरा ने 1982 में गुटनिरपेक्ष देशों की अध्यक्षता की और इसी वर्ष वे अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी की अध्यक्ष भी चुनी गईं।
इंदिरा गांधी का प्रारंभिक जीवन [Indira Gandhi Biography in Hindi]
इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 के दिन हुआ। इंदिरा के पिता का नाम जवाहरलाल नेहरू और माता का नाम कमला नेहरू था। अपने प्रारंभिक शिक्षा पूना के प्यूपिल्स ओन स्कूल से की, लेकिन यहां पर उनकी पढ़ाई 1931 से लेकर 1934 तक ही हुई। इसके बाद 1934 में उन्होंने शांति निकेतन के विश्व भारती में दाखिला लिया। माता कमला नेहरू के खराब तबीयत के कारण इंदिरा गांधी के पढ़ाई में भी काफी व्यवधान आया। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के ब्रिस्टल में बैडमिंटन स्कूल और फिर ऑक्सफोर्ड के सोमरविले कॉलेज में पढ़ाई की। 16 मार्च 1946 को इंदिरा गांधी ने फिरोज गांधी से शादी कर ली। इंदिरा गांधी के दो पुत्र हुए जिनका नाम संजय गांधी और राजीव गांधी रखा गया। राजीव गांधी भारत के प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं।
राजनीतिक जीवन की शुरुआत [Indira Gandhi Rajneeti]
इंदिरा गांधी ने बचपन में ही बाल चरखा संघ और 1930 में वानर सेना का निर्माण कर स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान देना शुरू कर दिया था। इंदिरा 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में जेल भी गईं। 1947 के भारत विभाजन के अराजक दौर में इंदिरा ने शरणार्थी शिविरों को संगठित करने और वहां चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था करने में अविस्मरणीय भूमिका निभाई। 1959 में इंदिरा को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया। इंदिरा 2 जुलाई, 1964 को लालबहादुर शास्त्री मंत्रिमंडल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनीं और शास्त्री के मृत्यु के बाद 24 जनवरी 1966 को भारत की तीसरी प्रधानमंत्री बनीं।
1966 से 1977 तक लगातार तीन बार भारत की प्रधानमंत्री बनकर इंदिरा भारत के राजनीतिक इतिहास पर छा गई। 14 जनवरी,1980 को इंदिरा चौथी बार भारत की प्रधानमंत्री बनीं। इंदिरा के कुल 16 वर्ष के प्रधानमंत्री के कार्यकाल में भारत ने अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किए।