Murud Janjira Fort Maharashtra Mystery: अपने देश में ऐसे किलों की कमी नहीं है, जो अपने अंदर न जाने कितने ही रहस्य समेटे हुए हैं। अक्सर हमें अलग-अलग किलों से जुड़े हैरान करने वाले किस्से सुनने को मिल जाते हैं। इसी तरह का एक किला है मुरुद जंजीरा का किला। यह किला महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में मुरुद गांव में स्थित है। यह एक तटवर्ती गांव है। किला समुद्र तल से 90 फीटी की ऊंचाई पर बना हुआ है। इस किले की एक बड़ी खासियत यह है कि किला एकदम समुद के बीच में यानी कि अरब सागर में बना हुआ है। ऐसे में इसकी वजह से भी देखने वालों को यह हैरान करता है।
कोई नहीं जीत पाया इसे (Murud Janjira Fort Maharashtra History)
भारत में जितने भी किले हैं, विभिन्न कालखंडों में इन्हें किसी-न-किसी ने जीता जरूर है। युद्ध के दौरान किलों को जीतने की ही तो होड़ लगी रहती थी, मगर इस किले के बारे में कहा जाता है कि पश्चिमी तट पर स्थिति यह भारत का इकलौता किला है, जिसे जीत पाना कभी किसी के नसीब में नहीं हुआ। बताया जाता है कि इस किले को जीतने की कोशिश केवल अंग्रेजों, पुर्तगालियों और मुगलों ने ही नहीं की, बल्कि छत्रपति शिवाजी, चिम्माजी अप्पा, संभाजी महाराज और कान्होजी आंग्रे ने भी इस पर विजय पाने का भरसक प्रयास किया, मगर इनमें से किसी को भी इसमें कामयाबा नहीं मिल सकी। यही वजह है कि साढ़े तीन सौ वर्षों से भी अधिक पुराने हो इस किले को अजेय किले के नाम से भी जाना जाता है।
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दरवाजा नजर ही नहीं आता (Murud Janjira Fort)
इस किले का दरवाजा भी कमाल का है। दीवारों की आड़ में इस दरवाजे का निर्माण इस तरह से किया गया है कि इसके अंदर जैसे ही आप कुछ मीटर दूर बढ़ेंगे, इसका दरवाजा दीवारों की वजह से आपको नजर ही नहीं आयेगा। आपको समझ ही नहीं आयेगा कि आखिर दरवाजा गया कहां। यही वजह शायद रही होगी कि किले के बेहद समीप पहुंचकर भी दुश्मन यह नहीं समझ पाते होंगे कि आखिर इस किले में प्रवेश कहां से किया जाए। ऐसे में उन्हें खाली हाथ ही लौट जाना पड़ता होगा।
इन्होंने करवाया था निर्माण (Murud-Janjira Fort Maharashtra India)
मुरुद जंजीरा किले का निर्माण करवाया था मलिक अंबर ने। बताया जाता है कि इसका निर्माण 15वीं सदी में किया गया था। मलिक अंबर अहमदनगर सल्तनत के प्रमुख थे। यह किला बहुत ही मजबूत है। इसके चारों ओर 40 फीट ऊंची दीवारें बनी हुई हैं। इसके बारे में कहा जाता है कि इस किले को बनाने में 22 वर्ष लग गये थे। यह 22 एकड़ इलाके में भी फैला हुआ है। सुरक्षा के लिहाज से इस किले के अंदर 22 सुरक्षा चौकियां बनाई गई हैं। यही नहीं, यहां कई तोपें भी सिद्दीकी शासकों की रखी हुई हैं। हर सुरक्षा चौकी के अंदर यहां इन तोपों को देखा जा सकता है।
शाह बाबा के संरक्षण में
जिस तरह भारत के कई किलों के अंदर मकबरे देखने को मिल जाते हैं, वैसे ही इस किले में भी शाह बाबा का मकबरा बना हुआ है। ऐसा कहा जाता है कि पंच पीर पंजातन शाह बाबा के संरक्षण में यह किला स्थित है और वही इस किले की रक्षा भी कर रहे हैं। बिहार के मुंगेर में भी जो किला स्थित है, वहां भी इसी तरह का पीर बाबा का एक मकबरा स्थित है। इसकी वजह से पर्यटक यहां पहुंचते रहते हैं।
रहस्यमयी झील
मुरुद जंजीरा किले के अंदर मीठे पानी की एक झील बनी हुई है। जो बात सभी को इस किले के बारे में सबसे ज्यादा हैरान करती है, वह यह है कि यह किला समुद्र के खारे किले के बीच स्थित है, मगर यहां जो झील बनी हुई है, इस झील का पानी मीठा है। ऐसे में यह एक रहस्य ही बना हुआ है कि खारे समुद्र के बीच स्थित होकर भी इस झील का पानी आखिर इतना मीठा कैसे है। आज तक झील के मीठे पानी का रहस्य कोई सुलझा नहीं पाया है।