Cesar Ritz: गरीबी यदि किसी इंसान के पीछे लग जाती है तो ऐसा कहा जाता है कि बहुत दूर तक और बहुत देर तक वह उसका पीछा करती ही रहती है। अक्षमता और कुशलता जैसे जो अभाव होते हैं, गरीबी में इन्हें अक्सर आटा गीला करते हुए देखा जाता है। अब इस गरीब को ही ले लीजिए। बस 15 साल की उम्र थी उसकी। एक बड़े शहर के ठीक-ठाक होटल में वेटर का काम कर रहा था। देहात से यह लड़का आया था। ऐसे में गलतियां हो जाती थीं।
Cesar Ritz – लगी जबरदस्त फटकार
एक दिन फिर एक ऐसा वक्त आया जब एक ग्राहक का आर्डर पूरा करने के दौरान एक बड़ी कमी रह गई। होटल का मालिक इससे बुरी तरह से आगबबूला हो गया। लड़के को उसने सामने खड़ा किया और कहा, बेवकूफ तुरंत निकल जाओ यहां से। अभी तुम्हें इस नौकरी से निकाला जाता है। एक के बाद एक गलतियां करते जा रहे हो। अब बहुत हुआ। बहुत समझाया गया तुम्हें, मगर तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता। इस होटल तो क्या तुम किसी भी होटल के लिए नहीं बने हो। तुम इस क्षेत्र के लिए पूरी तरह से नकारा हो। तुम्हारा गुजारा यहां हो ही नहीं सकता। एक अलग ही भाव और लगाव की मांग यह क्षेत्र करता है, मगर तुम्हें क्या खाक यह बात समझ में आएगी? तुरंत दफा हो जाओ यहां से। दोबारा मुंह अपना मत दिखाना।
लगा बड़ा सदमा
पहले भी इस तरह की फटकार लगी थी, लेकिन इस बार की फटकार सुनने के बाद सदमे में यह लड़का आ गया था। गुहार लगाई, मगर सफलता नहीं मिली। पढ़ाई तो ऐसी थी नहीं कि तुरंत दूसरी नौकरी मिल जाती। चर्च से कुछ पढ़ पाया था तो इतना सेवा करने के काबिल हुआ था। काबिलियत और जिम्मेदारी पर सवाल उसके उठाए गए थे। ऐसे में बार-बार उस होटल मालिक की दुत्कार उसकी यादों में आ ही जाती थी।
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फिर ठान लिया मन में
गरीब किसान परिवार का यह एक लड़का था। अपने पिता की वह सबसे छोटी और 13वीं संतान था। गांव लौट कर खेती तो कर नहीं सकता था। वह समझ गया कि मेहनत और लगन से ही आगे की राह मुमकिन होगी। अपनी कमियों पर उसने गौर किया। फटकार की जगह तारीफों को याद किया। खुद को साबित करने के मौके ढूंढने लगा। मन में बैठा लिया कि जिस होटल उद्योग के लिए उसे नकारा बता दिया गया है, उसी में खुद को वह साबित करके दिखाएगा।
बन गया होटलों का राजा – Cesar Ritz
15 साल का यह लड़का वर्ष 1867 में स्विट्जरलैंड से बहुत दूर खुद को साबित करने के लिए फ्रांस नाम के इस नए देश में पहुंच गया। एक होटल में सहायक वेटर की नौकरी पा ली। जिंदगी से किए गए अपने वाले को निभाना अब उसने शुरू किया। काम करते-करते तरक्की मिली। मैनेजर भी बन गया। चार वर्षों में पहचान बन गई उसकी। सेजार रिट्ज के नाम से उसे जाना जाने लगा। आज सेजार रिट्ज के नाम 30 देशों में 100 से भी अधिक होटल और 27 हजार 650 से भी अधिक शानदार कमरे हैं।