यह वक्त था 2004 में दीवाली का। दुनिया रौशनी का त्योहार दीवाली मना रही थी। इसी रौशनी के त्योहार में एक लड़के के आखों की रौशनी चली गई। नाम था इनका दीपक। आंखों से रौशनी जरूर चली गई, मगर इनके…
जिन हाथों ने 70 बरस में भी काटीं लकड़ियां, उन्हीं हाथों से बनी पेंटिंग्स बढ़ा रहीं इटली की शोभा
जो हाथ 70 साल की उम्र में भी गोबर पाथ रहे थे। जो हाथ इतनी उम्र हो जाने पर भी खेतों की गुड़ाई में लगे थे। जो हाथ जिंदगी के सात दशक बीत जाने के बाद भी लकड़ियां काट रहे…
कमजोर दिमाग और नेत्रहीन बच्चों की जिंदगी में बदलाव लेकर आया ये शख्स, सिखाता है फोटोग्राफी
Mohit Ahuja Photographer: मोहित आहूजा (Mohit Ahuja) एक ऐसे शख्स हैं, जिन्होंने बहुत से नेत्रहीनों और दिमाग से कमजोर बच्चों की जिंदगी में एक कमाल का बदलाव लाया है। उनकी हुनर को निखारने का उन्होंने अनोखा तरीका अपनाया है और…
इस कसाई ने गाय पालने के लिए छोड़ दिया अपना खानदानी पेशा, मिल चुका है पद्मश्री सम्मान
महाराष्ट्र का बीड जिला अक्सर सूखे की चपेट में आ जाता है। इसी क्रम में यहां जब सूखा पड़ा तो एक जल्लाद ने यहां ऐसा काम किया, जिसके लिए हर ओर उसकी तारीफ होने लगी। इस जल्लाद ने यहां जब…
इस युवती ने दिखाया बदलाव लाने के लिए ‘एक रुपया’ ही काफी है, अकले भरती है 33 बच्चों की फीस
Seema Verma Funding: कुछ करने के लिए सच्ची नीयत की जरूरत पड़ती है। जिस बदलाव की हम बात करते हैं, उस बदलाव को खुद से लाने की हिम्मत यदि दिल में हो तो हर मुश्किल आसान बन जाती है। छत्तीसगढ़…
गांव छोड़कर गये मुस्लिम तो हिंदू ने पढ़ाई पांचों वक्त की नमाज, कर दिया मस्जिद का कायाकल्प
अपने देश में अक्सर सांप्रदायिक तनाव की खबरें सुनने को मिलती रहती हैं। कई बार देश सांप्रदायिक दंगों की आग में झुलस चुका है। कुछ लोगों की वजह से सांप्रदायिकता की लगाई गई आग में न जाने कितनी ही जिंदगियां…
दोनों पैर गंवाकर खुद न चलकर भी देखिए इन्होंने कैसे चला दी दूसरों की जिंदगी
इंसान कमजोर या मजबूत अपने शरीर से नहीं, बल्कि अपनी सोच से होता है। नकारात्मक सोच इंसान को कमजोर बनाती है, जबकि सकारात्मक सोच उसे मजबूती देती है। छत्तीसगढ़ के चित्रसेन साहू जो कि हाफ ह्यूमन रोबो के नाम से…
लंदन की अच्छी-खासी नौकरी को मारी लात, अब भारत में शुरू की पहली आदिवासी IT कंपनी
हमारे देश के जहां बहुत से प्रतिभाशाली युवा पढ़ाई करने के बाद विदेशों में नौकरी करने के लिए चले जाते हैं, वहीं बहुत से युवा ऐसे भी हैं, जिन्हें अपनी माटी से इतना प्यार है कि वे अच्छी सैलरी वाली…
डॉक्टर दादी की उम्र हो गई है 92 साल, मगर अब भी हफ्ते में देखती हैं 600 मरीज
किसी भी इंसान की असली पहचान उसके शरीर, उसकी उम्र और उसके रूप से नहीं, बल्कि इससे होती है कि उसके अंदर जिंदगी जीने के प्रति जुनून कितना है। उसकी असली पहचान इस चीज से होती है कि अपने लक्ष्य…
12 साल की उम्र में हुए अनाथ, आज हजारों बेसहारों का सहारा बने नागालैंड के सुबोनेंबा
इस दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हैं, जिनकी जिंदगी बड़ी कठिनाइयों में आगे बढ़ती है, मगर इनमें से बहुत कम ही ऐसे लोग होते हैं, जो इन कठिनाइयों के बीच भी अपने इरादों को कभी टूटने नहीं देते हैं…