Baby Planning Tips In Hindi: माता-पिता बनना हर मैरिड कपल का सपना होता है, लेकिन इसके लिए फैमिली प्लैनिंग करना बेहद जरूरी होता है। बहुत से मुद्दे ऐसे होते हैं जिनपर अगर पहले से बातचीत कर ली जाए तो गर्भावस्था के समय ज्यादा परेशानी नहीं उठानी पड़ती।
हर शादीशुदा दंपत्ति का सपना होता है की उन्हें अपने जीवन में माता-पिता बनने का सुख अवश्य मिले। लेकिन आजकल की इस दौड़ती-भागती दुनिया और महंगाई के जमाने में फैमिली प्लैनिंग(Baby Planning) करना बेहद जरूरी है। कई सारे ऐसे मुद्दे हैं जिनपर यदि पहले से ही कपल्स आपस में खुलकर बात कर लें तो नए मेहमान के स्वागत में कोई परेशानी नहीं आएगी। आइए जाने कुछ ऐसी ही जरूरी बातें जिनपर पहले से विचार-विमर्श करके आप अपने आने वाले बच्चे का जीवन बिना किसी परेशानी के आसानी से संवार पाएंगे।
इन खास मुद्दों पर चर्चा जरूरी:
1. क्या यही है नन्हे मेहमान को दुनिया में लाने का सही समय?
कई बार आप किसी शेड्यूल को फॉलो कर प्रेग्नेंट होती हैं और कई बार यह अनियोजित भी हो सकता है, लेकिन दोनों ही अवस्था में आप दोनों को साथ बैठकर ये सोचने की जरूरत है की क्या यह बच्चा पैदा करने का सही समय है? याद रखें कि इस चर्चा के दौरान आप दोनों का विचार एक ही होना बेहद आवश्यक है।
2. क्या आप हैं तैयार जीवन में होने वाले इस परिवर्तन के लिए?
प्रेग्नेंसी के दौरान और उसके बाद ज़िंदगी में काफी सारे बदलाव आते हैं। ऐसे में आपको अपनी सभी जिम्मेदारियों को आपस में बांटना होगा। जैसे प्रेग्नेंसी के दौरान जो काम होने वाली माँ ना कर पाए वो पिता कर दें और बच्चे के होने के बाद उसकी मिल्क फीडिंग, नाइट-टाइम चेंजिंग, काम के टाइम देखभाल आदि चीजों पर पहले ही डिस्कस कर लें।
3. रिश्ते में मजबूती है सबसे जरूरी
अगर आपका रिश्ता मजबूत है तभी आपकी कोई भी प्लैनिंग सफल हो पाएगी। नन्हे महमान का पालन-पोषण एक बहुत बड़ी मानसिक और शारीरिक चुनौती होती है जिसका सामना एक दूसरे की मदद करके ही किया जा सकता है।
4. नौनिहाल के पालन-पोषण के लिए मार्गदर्शन भी जरूरी
आप दोनों अपने बचपन की सकारात्मकता और नकारात्मकता को अच्छे से समझते हैं और आपके यही अनुभव आपके नौनिहाल के पालन-पोषण में आपको सही राह दिखाएंगे। जिस तरह से आपका पालन-पोषण हुआ है उस पर विचार करके आप भी एक आदर्श माँ-बाप बन सकते हैं।
5. फाइनेंशियल प्लानिंग न की तो झेलना होगा मनी क्राइसिस
प्रेग्नेंसी की शुरुआत में ही अस्पताल के बिल से लेकर बच्चे के पैदा होने के बाद उसके पालन-पोषण में होने वाला खर्च, पढ़ाई-लिखाई का खर्च आदि की प्लैनिंग पहले से ही कर लें वरना बाद में आपको फाइनेंशियल क्राइसिस झेलना पड़ सकता है। इसलिए अपने परिवार को बढ़ाने के लिए पहले ही एक साथ, एक नया बजट तैयार करें और भविष्य के लिए धन अर्जित करना शुरू कर दें।
6. स्वास्थ्य जांच करवाने में ना बरतें कोताही
स्वास्थ्य जांच, फैमिली प्लैनिंग(Baby Planning) का एक महत्वपूर्ण पार्ट है। यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि आप दोनों किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी का शिकार ना हों और आपको प्रजनन संबंधी कोई समस्या ना हो। इसलिए परिवार आगे बढ़ाने की तैयारी करने से पहले सभी प्रकार की स्वास्थ्य जांच जरूर करवा लें।
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7. ज्यादा चिंता ना करें और जीवन का आनंद लें
डिलिवरी के बाद आपका सारा समय और ऊर्जा बस आपके बच्चे की देखभाल में ही खर्च हो जाता है। इसलिए, प्रेग्नेंसी के समय को अपने जीवनसाथी के साथ, बिना किसी चिंता के अच्छे से एंजॉय करें। इससे बच्चे के स्वास्थ्य पर भी अच्छा असर होगा और आपकी सेहत भी अच्छी रहेगी।