इन दिनों देशभर में छोटी जाती का मुद्दा काफी तूल पकड़ रहा है। अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी(Nawazuddin Siddiqui) ने लोगों से समाज के इस जकड़बंदी को तोड़ने की अपील की है। इस बाबत उन्होनें अपने साथ हुए जातिगत भेदभाव का भी जिक्र किया है। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार नवाज़ ने बताया कि, उनकी दादी छोटी जाती से ताल्लुक रखती थीं और इसलिए गांव में उनके परिवार को अच्छी नजर से नहीं देखा जाता था। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
गांव के लोगों ने आज भी नहीं किया है नवाज़ुद्दीन के परिवार को स्वीकार
बीते दिनों हाथरस में हुई हिंसक घटना को बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए नवाज ने कहा कि, अच्छा है लोग अब अपनी आवाज़ उठा रहे हैं। इस दौरान उन्होनें अपने परिवार की घटना भी शेयर की। उन्होनें कहा कि, “मेरी दादी छोटी जाती से आती थी जबकि मेरा परिवार शेख़ था।” उन्होनें कहा कि, सिर्फ इसी कारण से आज भी गांव वाले उनके परिवार के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं। इसके साथ ने नवाज़(Nawazuddin Siddiqui) ने कहा कि, आज भले शहरों में जातिवाद का खात्मा हो रहा है लेकिन ग्रामीण भारत आज भी इसकी चुंगल में है। गांवों में आज भी छोटी बड़ी जातियों को लेकर खुले आम भेदभाव किया जाता है।
ग्रामीण लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता आप एक एक्टर हैं या फिर करोड़पति
बता दें कि, बीते दिनों अपने इंटरव्यू में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी(Nawazuddin Siddiqui) ने यह भी कहा कि, गांव में रहने वाले लोगों को इस बात का भी कोई फर्क नहीं पड़ता है कि, आपके पास बहुत पैसे हैं या फिर आप एक बॉलीवुड अभिनेता हैं।
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उन्हें केवल जातियों से मतलब है कि, आप किस जाती से आते हैं। इस बात पर नवाज़ ने कहा कि, “आज भी अगर मैं चाहूँ की अपने ममेरे रिश्तेदारों की शादी पिता के रिश्ते में करवाऊं तो यह संभव नहीं है।” साथ ही नवाज़ुद्दीन ने कहा कि, हाथरस मामले पर लोगों को अपनी आवाज़ और भी बुलंद करनी चाहिए।