Sugathakumari Biography: सुगत कुमारी एक बहुत ही लोकप्रिय अभिनेत्री और एक्टिविस्ट रही हैं, जिन्होंने महिलाओं से संबंधित मुद्दों और पर्यावरण से जुड़े मसलों को लेकर कई रचनाएं रची थीं। केरल के साथ कई दक्षिण भारतीय राज्यों में उन्होंने महिलाओं की आवाज बुलंद करते हुए कई अभियान चलाए।
प्रारंभिक जीवन
सुगत कुमारी(Sugathakumari Biography) का जन्म 22 जनवरी, 1934 को वजुवेळी थरावडू में हुआ था। इनका निधन आज यानी कि 23 दिसंबर, 2020 को हुआ हैं। इनके पिता केशव पिल्लई, जो कि बोधेश्वरण के नाम से भी जाने गए, वे एक कवि और फ्रीडम फाइटर थे। महात्मा गांधी से वे बड़े प्रभावित थे। इनकी मां वीके कार्तियायिनी भी संस्कृत की बड़ी विद्वान रही थीं।
ग्रेजुशन और मास्टर्स
यूनिवर्सिटी कॉलेज तिरुवनंतपुरम से उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था और दर्शनशास्त्र में उन्होंने मास्टर्स की डिग्री हासिल की थी। हालांकि, अपना थीसिस वे पूरा नहीं कर सकी थीं।
पिता का पड़ा प्रभाव
अपने पिता के सामाजिक विचारों और राष्ट्रवाद का सुगत पर बड़ा प्रभाव पड़ा था। प्रकृति के संरक्षण की दिशा में काम कर रहे संगठन प्रकृति संरक्षणा समिति की सुगत कुमारी संस्थापक सचिव थीं। साथ ही अभया नामक एक होम भी उन्होंने चला रखा था, जहां की बेसहारा महिलाओं और मानसिक रूप से बीमार लोगों को आश्रय प्रदान किया जाता हैं।
केरल महिला आयोग की वे पूर्व अध्यक्ष भी रह चुकी थीं। सेव साइलेंट वैली नामक विरोध-प्रदर्शन के दौरान उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई थी।
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मिले ये सम्मान
सुगत कुमारी(Sugathakumari Biography) कई अवार्ड्स भी जीत चुकी थीं। इनमें केरल साहित्य अकादमी अवार्ड के साथ केंद्र साहित्य अकादमी अवार्ड, वयलवार अवार्ड और सरस्वती सम्मान भी शामिल हैं। इनके अलावा उन्हें साल 2006 में पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था। इनकी रचना मुट्ठुचिप्पी बड़ी ही लोकप्रिय हुई थी।