मॉनसून का महीना यानि बारिश का महीना। लोगों को अक्सर यह महीना बेहद पसंद होता है। भीषण गर्मी के महीने और उमस के बाद, ठंडी-ठंडी बारिश की बूंदे जैसे दिन भर की सारी थकान दूर कर देती है। लेकिन, मॉनसून अपने साथ लेकर आता है ढेर सारी बीमारियाँ। बारिश पड़ने से जगह-जगह पानी भर जाता है, जिसमें अलग-अलग बीमारी फैलाने वाले मच्छर पैदा होते हैं। ये मच्छर अपने साथ लाते हैं वायरस और बैक्टीरिया, जिससे इंफेक्शन फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है।
बारिश के मौसम में पैदा हुए ये मच्छर चिकनगुनिया, मलेरिया और डेंगू (Dengue) जैसी भयंकर बीमारियां भी फैलाते हैं। डेंगू नाम का वायरस एडिस नाम के मच्छरों के काटने से फैलता है, जिससे डेंगू बुखार जन्म लेता है। आइए जानते हैं कि इन एडिस मच्छरों (Aedes Mosquitoes) को कैसे पहचाना जा सकता है और ये किस समय काटते हैं।
एडिस मच्छरों (Aedes Mosquitoes) को कैसे पहचाने:
एडिस मच्छरों(Aedes Mosquito) की खास पहचान हैं इनकी लंबी टांगे जिनपर सफ़ेद और काले रंग की धारियां होती हैं। ये मच्छर बेहद छोटे और गहरे रंग के होते हैं। ये मच्छर ज्यादातर घर में ही पनपते हैं और दिन के वक्त पानी में अंडे देते हैं। तो इस बार जब भी आप इस क्वालिटी का मच्छर देखें समझ जाएं की यही एडिस मच्छर है।
एडिस मच्छर (Aedes Mosquitoes) के काटने का वक्त:
एडिस मच्छर(Aedes Mosquito) खासतौर से दिन के वक्त ही काटते हैं। कुछ स्टडीज में यह बात सामने आई की डेंगू के मच्छर सूर्योदय होने के 2 घंटे बाद से लेकर सूर्यास्त से कुछ घंटे पहले तक पूरी तरह से एक्टिव रहते हैं। ज़्यादातर ये मच्छर इंसानों की कोहनी (elbow) या एड़ी (ankle) पर ही काटते हैं।
डेंगू बुखार के लक्षण:
डेंगू बुखार में काफी तेज बुखार आता है, शरीर पर लाल रंग के चकत्ते पड़ने लगते हैं, सरदर्द, हाथ-पैर, पेट और बदन में तेज दर्द महसूस होता है। गले में खराश, भूख ना लगना, उल्टी-दस्त और लिवर में सूजन आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं। कई मामलों में मरीजों में त्वचा, नाक या मुंह से खून आने जैसी समस्याएं भी पाई गईं।
डेंगू(Dengue) से खुद को कैसे बचाएं:
जैसा कि आपने जाना डेंगू के मच्छर दिन के समय ही एक्टिव होते हैं। इसलिए दिन में मच्छरों से बच कर रहें। अपने घर के आसपास या घर के अंदर कहीं भी पानी इकट्ठा ना होने दें। कूलर, टायर गमले, आदि में पानी जमा ना होने दें । घर के आस-पास फॉगिंग करवाएं।
यदि कूलर में पानी का प्रयोग हो रहा हो तो उसके पानी में थोड़ा सा मिट्टी के तेल का छिड़काव कर दें, इससे वहाँ मच्छर पैदा नहीं होंगे। साथ ही कूलर की साफ-सफाई का भी खास ख्याल रखें।
मच्छरों से निजात पाने के लिए नियमित रूप से घर के हर कोने में स्प्रे या कीटनाशक दवा का छिड़काव करें। खासतौर पर पर्दे व सोफे के पीछे और बैड के नीचे अच्छे से स्प्रे करें। अक्सर मच्छर यहीं छुप जाते हैं और मौका देखकर आपको अपना शिकार बनाते हैं।
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आप चाहें तो घर में मॉस्क्यूटो क्वॉयल भी जलाकर रख सकते हैं। यह भी मच्छर मारने में काफी कारगर है। मॉनसून के महीने में जितना हो सके फुल कपड़े पहन कर रखें, जैसे फुल स्लीव शर्ट या टीशर्ट और फुल पैंट आदि। पावों में भी जूते पहन कर रखें। शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढककर रखने की कोशिश करें और सोते वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करना ना भूलें।