Thepla Recipe in Hindi: थेपला एक प्रकार का गुजराती डिश है। जिसे नाश्ते के तौर पर खाया जाता है। यह कई तरह से बनाया जाता है, जैसे गेहूं के आटे का थेपला, बेसन का थेपला, मेथी का थेपला इत्यादि। यह नाश्ता सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। इसे अगर नाश्ते के तौर पर ज्यादातर दही के साथ ज्यादा खाया जाता है।
थपेला कई तरह से बनाया जा सकता है। जैसे कि मूली थपेला, दूधी थपेला, मिक्स वेजिटेबल थपेला और सादा थपेला बनाते हैं। कई सारे लोगों के मन में यह भी सवाल होता है कि पराठा और थपेला में क्या फर्क होता है। इसका जवाब यह है कि यह पराठे से काफी पतला होता है। इसके अलावा अगर पराठा और थपेला में फर्क देखा जाए। तो पराठा हमेशा ही गेहूं के आटे से बनता है। जबकि थेपला बनाने के लिए कई लोग गेंहू का आटा, बाजरे या जुवार का आटा और बेसन का मिश्रण लेते है। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में मेथी का थेपला कैसे बनाते हैं। इस रसिपी की शुरुआत करते हैं। आज हम सीखेंगे कि बेहद ही आसान और सरल तरीके से स्वादिष्ट एवं नरम मेथी के थपेले कैसे तैयार करते हैं।
कई बार ऐसा भी होता है कि बच्चों को मेथी का साग या पराठा खाना पसंद नहीं होता है। लेकिन यकीन मानिए आपने अगर इस रेसिपी को अप्लाई कर लिया तो बच्चों को पता भी नहीं लगेगा कि वह मेथी से बने हुए किसी चीज को खा रहे हैं।
मेथी थपेला बनाने के लिए सामग्री [Thepla Ingredients]
मेथी थपेला बनाने के लिए आपको सबसे पहले कुछ मुख्य सामग्री की आवश्यकता होती है, जिसके बारे में हम आपको बता देते हैं। इसके लिए गेहूं का आटा, हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, जीरा, अजवाइन, नमक, हरी मिर्च, अदरक का पेस्ट और मेथी के पत्ते।
मेथी थपेले बनाने की विधि
मेथी के थपेले बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े से बाउल में गेहूं का आटा, हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, अजवाइन और नमक को डालकर अच्छी तरह से मिला लें इसके बाद इसमें हरी मिर्च को काटकर डालें। स्वाद अनुसार नमक अदरक का पेस्ट, मेथी के पत्ते छोटे-छोटे काटकर और दो चम्मच तेल डालें। अब इस मिश्रण को भी थोड़ी देर तक मिलाते रहे। जब मिश्रण अच्छी तरह से तैयार हो जाए, तब उसमें थोड़ा पानी डालें और इसे गूंदने के बाद थोड़ी देर के लिए एक सूती कपड़े से ढक कर रख दें। इसे गूंदते समय इस बात का ध्यान रखें कि मिश्रण में पानी थोड़ा-थोड़ा कर के ही डालें।
इसके अलावा इस मिश्रण को ज्यादा देर तक ढक कर छोड़ना भी सही नहीं होता है। क्योंकि मेथी के पत्ते पानी छोड़ना शुरू कर देता है और आटा गीला और चिपचिपा हो जाता है। 15 मिनट बाद आटे को एक बार फिर से मसल कर चिकना बना ले और छोटे-छोटे आटे की लोई बना लें। इसके बाद जिस तरह से आटे को बोला जाता है। उसी तरीके से इसे बेलकर रोटी बना ले। अब तवे को माध्यम आंच पर गर्म करें और बेला हुआ थपेला इसपर रखकर 30 से 40 सेकंड तक पकाएं। जिस तरह से रोटी पकाया जाता है। उस तरह से इसे पकाने के बाद इसके ऊपर तेल लगाएं।
इसे दोनों तरफ से उलट पलट कर अच्छी तरह से सेक लें। इसी तरह से एक-एक कर के सभी थपेलों को सेक लें और इस एक कैसरोल में रखते जाएं। जब थपेले बनकर तैयार हो जाएं तो इसे दही या रायता के साथ परोसें।
कैसे परोसे?
मेथी का थपेला ज्यादातर दही, रायता, अचार या चटनी के साथ परोसा जाता है। लेकिन अगर आप इसे सुबह के समय नाश्ते के तौर पर खाना चाहते हैं तो चाय सॉस के साथ भी खा सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- आटा गुन्दने के लिए हमेशा गुनगुने पानी या दही का इस्तेमाल करे।
- आटे को ज्यादा नरम या गीला ना बनाये वरना बेलते समय यह चिपकने लगेगा और आप ज्यादा सूखे आटे का इस्तेमाल करेंगे। इससे सीके हुए थेपले कड़क हो जाएंगे।
- थेपला को हमेशा मध्यम से तेज आंच पर पकाये। अगर गैस की आंच कम होगी तो यह सिकने में ज्यादा समय लेगा और थपेले अच्छे नहीं बनेंगे।
- अगर आप थपेला बनाने के एक घंटे के अंदर ही खा रहे हो तो आप इसे कम तेल में सेक सकते है। नहीं तो थोड़ा ज्यादा तेल का इस्तेमाल करे।
- अगर आप इसे सफर के दौरान खाने के लिए बना रहे हैं तो सेकने के लिए थोड़ा ज्यादा तेल का इस्तेमाल करें।