CBSE Pattern Change: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी कि CBSE के स्टूडेंट्स के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है। खबरों के मुताबिक सीबीएसई के 10वीं और 12वीं के बायोलॉजी के पेपर पैटर्न में बदलाव होने जा रहा है। यह बदलाव वर्ष 2021 से देखने को मिलने वाला है।
क्या है बदलाव? (CBSE Pattern Change)
12वीं के बायोलॉजी के पेपर पैटर्न में बदलाव का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि अब केस स्टडी से 10 फीसदी सवाल पूछे जाएंगे। वहीं 20 फीसदी प्रश्न ऑब्जेक्टिव होंगे। ठीक इसी तरह के बदलाव 10वीं के भी पैटर्न में देखने को मिलने वाले हैं। इसका मतलब यह हुआ कि अब 10वीं और 12वीं में जो 20 फीसदी सवाल पूछे जाएंगे, उनमें फिल इन द ब्लैंक्स, वन वर्ड आंसर और मल्टीपल चॉइस जैसे प्रश्न शामिल होंगे। वन वार्ड आंसर में स्टूडेंट्स को एक ही लाइन में सवालों का उत्तर देना पड़ेगा।
10 फीसदी से हुई 20 फीसदी
इस बारे में एक अखबार में प्रकाशित खबर में बताया गया है कि पहले सीबीएसई की ओर से पूछे जा रहे ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या 10 प्रतिशत ही हुआ करती थी, लेकिन अब सीबीएसई ने इसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का फैसला लिया है। अगले साल यानी कि 2021 से यह बदला हुआ पैटर्न लागू हो जाएगा। ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाने की शुरुआत सीबीएसई की ओर से वर्ष 2020 से ही कर दी गई है। वर्ष 2020 के पेपर पैटर्न में 10वीं और 12वीं में 10 फ़ीसदी सवाल ऑब्जेक्टिव रखे गए थे।
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चैप्टर्स में भी बदलाव
ऐसा नहीं है कि सीबीएसई ने केवल पेपर पेटर्न में ही बदलाव किया है। खबरों के मुताबिक सीबीएसई ने अब कई चैप्टर्स में भी बदलाव करने का फैसला कर लिया है। जिन सॉलिड स्टेट के पी ब्लॉक के 15 ग्रुप टॉपिक्स केमिस्ट्री में अभी तक स्टूडेंट्स 11वीं में पढ़ रहे थे, अब इन्हीं चीजों को वे 12वीं में जाने पर पड़ेंगे। खबरों के मुताबिक केमिस्ट्री में तो यह बदलाव किया गया है, लेकिन फिजिक्स में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। मैथ्स की बात करें तो इसमें सीबीएसई की ओर से अप्लाइड मैथमेटिक्स को शामिल कर दिया गया है।