Covid 19: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले जितनी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, उसे देखते हुए यहां के जिलाधिकारी सुहास एल वाई की ओर से एक बहुत बड़ा निर्णय ले लिया गया है। डीएम की ओर से एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें दिल्ली-नोएडा बॉर्डर को पूरी तरीके से सील करने के लिए कहा गया है। बीते मंगलवार को जिलाधिकारी ने यह आदेश जारी कर दिया। डीएम ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने COVID-19 को आपदा घोषित कर दिया है। इसलिए नोएडा और दिल्ली के बीच आवाजाही को पूरी तरीके से रोका जा रहा है।
दिल्ली से नाता (Covid 19 Delhi Noida Border Sealed by District Administration)
डीएम की ओर से इस आदेश में कहा गया है कि पिछले कुछ दिनों में ऐसा देखने को मिला है कि जो लोग कोरोना के संक्रमण का शिकार हुए हैं, किसी-न-किसी तरीके से उनका संबंध दिल्ली से रहा है। ऐसे में अगले आदेश तक नोएडा से लोगों के दिल्ली आने-जाने पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगाया जा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले गाजियाबाद से भी दिल्ली आने-जाने पर रोक लगाई जा चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह पर
डीएम की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि स्वास्थ्य विभाग से मिली सलाह के बाद यह कदम उठाया गया है। भले ही दिल्ली-नोएडा बॉर्डर को सील कर दिया गया है, लेकिन जो लोग जरूरी सेवाओं में लगे हुए हैं उन्हें और साथ में कर्मचारियों व डॉक्टरों को इसमें छूट दी गई है। साथ ही जो वाहन जरूरी सेवा में लगे हैं, उन्हें भी इसमें छूट दी जा रही है।
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इन्हें दी जा रही छूट
जिन लोगों को छूट दी जा रही है, उनमें कोविड-19 सेवाओं से नाता रखने वाले वे अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं, जिन्हें दिल्ली या यूपी सरकार से पास जारी किए गए हैं। जरूरी माल ढोने वाले वाहनों को भी छूट है, लेकिन सवारी मिलने पर उन्हें जब्त कर लिया जाएगा। एंबुलेंस को भी छूट प्रदान की गई है। भारत सरकार के कार्यालयों के उप सचिव एवं इनसे ऊपर के रैंक के वे अधिकारी जिन्हें पास मिला होगा, उन्हें भी इसमें छूट दी गई है। मीडियाकर्मियों को भी दिल्ली नोएडा आने-जाने की इजाजत रहेगी।