Narendra Modi Guidlines to States: देश में 21 लाख से भी ज्यादा कोरोना पॉजिटिव के मामले होने के साथ ही भारत कोरोना संक्रमित देशों में नंबर वन बन गया है। यह इस समय देश की सबसे बड़ी समस्या है, इसी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने आज राज्यों की बैठक बुलाई और कोरोना पर नियंत्रण पाने के विभिन्न उपायों पर भी चर्चा की है। आइये जानते हैं राज्यों के साथ बैठक में पीएम ने किन बातों पर विशेष जोर दिया है।
प्रधानमंत्री से इन राज्यों को दिए टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश
विभिन्न राज्यों के साथ हुए प्रधानमंत्री के वर्चुअल मीटिंग में आज कोरोना संकट को लेकर बात की गई है। इस मीटिंग में विशेष रूप से कोरोना संक्रमण को कम करने पर जोर दिया गया है। इस दौरान श्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि, बिहार, गुजरात और तेलांगना जैसे राज्यों को इस संकट से निकलने के लिए कोरोना(Coronavirus) के टेस्ट बढ़ाने की जरुरत है। प्रधानमंत्री ने इस मीटिंग के दौरान कहा कि, एक्सपर्ट्स भी इस बात को सामने रखते आए हैं कि, अगर 72 घंटों के भीतर कोरोना के मरीज की पहचान कर ली जाए तो उनकी जान बचाई जा सकती है। राज्यों के साथ हुई इस मीटिंग में पीएम ने साफतौर पर कहा है कि, जिन राज्यों में कोरोना के मरीज ज्यादा हैं वहां 72 घंटे वाले फॉर्मूले पर फोकस करना होगा। पीएम ने इस मीटिंग में यह बात भी सामने रखी है कि, जो भी व्यक्ति कोरोना(Coronavirus) पॉजिटिव निकलता है उससे 72 घंटे के अंडे संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जाए। इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट के जरिए भी दी है, उन्होनें ट्वीट कर कहा है कि, “जिन राज्यों में testing rate कम है,और जहां Positivity rate ज्यादा है,वहाँ टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत सामने आई है! खासतौर पर, बिहार, गुजरात, यूपी, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना। यहाँ टेस्टिंग बढ़ाने पर खास बल देने की बात इस समीक्षा में निकली है।”
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कोरोना के अधिकतर मामले दस राज्यों से हैं
विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई इस मीटिंग में पीएम ने कहा है कि, इस समय केंद्र और राज्य को एक टीम बनाकर काम करना होगा। अस्पतालों और स्वास्थ्य कर्मियों पर इन दिनों दवाब ज्यादा है। हर राज्य इस समय अपने स्तर पर इस महामारी से निपटने में लगा है। प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से बातचीत में यह बात भी कही है, इस बड़े संकट के दौरान सबों का एक साथ काम करना बेहद जरूरी है। उन्होनें कहा कि, आज कोरोना(Coronavirus) के 80 प्रतिशत मामले केवल दस राज्यों से आ रहे हैं। बता दें कि, वर्तमान में भारत में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या छह लाख से भी पार है। पीएम ने कहा कि, इस वजह से भी इन राज्यों में टेस्टिंग दर ज्यादा होना चाहिए जिससे वक़्त रहते पीड़ितों का इलाज हो सकें और मृत्यु दर में कमी आए। जानकारी हो कि, प्रधानमंत्री के साथ हुए इस बैठक में दस राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल थे।