Second Relief Package: देश में आर्थिक गतिविधियां कोरोना महामारी की वजह से पूरी तरीके से इस वक्त ठप पड़ गई हैं। केवल आवश्यक सुविधाएं ही इस वक्त चल रही हैं। इस बीच ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि एक और बड़े पैकेज की तैयारी केंद्र सरकार की ओर से की जा रही है। वित्त मंत्री, वित्त मंत्रालय के सचिव और पीएमओ के बीच लगातार बैठकों का दौर जारी है और इसे लेकर मंथन भी किया जा रहा है। एक और आर्थिक पैकेज को लेकर विचार-विमर्श का दौर जारी है।
अंतिम रूप देने की तैयारी
कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि बीते एक सप्ताह के अंदर वित्त मंत्रालय और पीएमओ के आला अधिकारियों के बीच कई बैठकों का आयोजन हो चुका है। संभव है कि कोरोना महामारी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को जो नुकसान पहुंचा है, उसकी भरपाई के लिए सरकार जल्द कोई बड़ा पैकेज लेकर आए। अधिकारियों का कहना है कि सरकार पैकेज पर अभी विचार कर रही है। इसके स्वरूप को अंतिम रूप अब तक नहीं दिया गया है। सारा फोकस खपत पर है। खपत बढ़ाने का प्रयास किया जाने वाला है।
इन योजनाओं पर विचार
अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि कई कल्याणकारी योजनाओं के साथ सरकारी योजनाओं को फिर से डिजाइन करने पर सरकार की ओर से विचार किया जा रहा है। सरकारी स्कॉलरशिप और फैलोशिप पर तो विचार सरकार कर ही रही है, साथ में रबी फसल की कटाई पर भी विचार हो रहा है। सभी के बारे में एक-एक करके सरकार की ओर से जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
मैन्युफैक्चरिंग व सर्विस सेक्टर
देश में चल रहा लॉकडाउन 14 अप्रैल को समाप्त होने वाला है। अब तक जो जानकारी सामने आ रही है, उसके मुताबिक चरणबद्ध तरीके से सरकार लॉकडाउन को समाप्त करने की योजना बना रही है। लॉकडाउन के दौरान मैन्युफैक्चरिंग के साथ सर्विस सेक्टरों पर बुरा असर पड़ा है। रेलवे और विमान जैसी सुविधाएं भी पूरी तरह से ठप हैं। सरकार को ओर से वित्त वर्ष 2020-21 के लिए राजकोषीय घाटे का अनुमान 3.5 फीसदी रखा गया है। घरेलू स्टॉक मार्केट में फरवरी के बाद से अब तक 30 फ़ीसदी से भी अधिक गिरावट देखने को मिली है। ऐसे में संभव है कि सरकार एक और बड़ा राहत पैकेज जल्द लेकर आए।
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