Golden Milk Benefits in Hindi: गोल्डन मिल्क इन दिनों काफी ज्यादा फेमस हो रहा है। गोल्डन मिल्क का नाम सुनकर आपको लग रहा होगा कि आखिर ये क्या चीज है और इसे आप कहीं बाहर की ड्रिंक समझ रहे होंगे। लेकिन असल में अंग्रेजी की कोई अलग सी ड्रिंक लगने वाली चीज कुछ और नहीं बल्कि हल्दी वाला दूध है। जी हां, वही हल्दी वाला दूध जिसे काफी पुराने समय से दादी-नानी अपने नुस्खों में शामिल करके कई बीमारियों का इलाज कर दिया करती थीं।
सर्दी-जुकाम से लेकर चोट लगने तक में हर चीज का इलाज हल्दी वाला दूध ही होता था। नानी-दादी के वक्त से कई तरह की बीमारियों से बचने के लिए इस चमत्कारी ड्रिंक को इस्तेमाल में लाया जाता रहा है। लेकिन आज इसका प्रयोद पूरे देश-दुनिया में हो रहा है। पश्चिमी देश आज जिसे ‘गोल्डन मिल्क’ कह कर बुला रहे हैं उसे भारत के लोग हल्दी वाले दूध के नाम से जानते हैं। बता दें कि हल्दी वाले दूध यानि कि गोल्डन मिल्क की लोकप्रियता अब कई देशों में हो रही है। ये बनाने में जितना आसान होता है फायदों के लिहाज से ये खूबियों का भंडार होता है। अब यह गोल्डन मिल्क दुनिया भर के कॉफी शॉप्स में भी बिकने लगा है और इसके फायदों की वजह से काफी लोग इसे पी रहे हैं।
गोल्डन मिल्क में डाली जाने वाली मुख्य सामग्री [Golden Milk Ingredients]
सामग्री | मात्रा |
पानी | ½ कप |
हल्दी | ½ चम्मच |
कोकोनेट मिल्क | ½ कप |
शहद | 1 चम्मच |
कोकोनेट ऑयल | 1 चम्मच |
बनाने की विधि [Golden Milk Recipe]
सबसे पहले पानी को उबाल लें। उसमें हल्दी मिलाएं और धीमी आंच पर 10-12 मिनट तक गर्म होने दें। इसके बाद इसमें कोकोनेट ऑयल, कोकोनेट मिल्क और शहद मिलाएं। थोड़ी देर तक गर्म होने दें और फिर आपका गोल्डन मिल्क पीने के लिए तैयार है। बता दें कि इसे कोकोनेट मिल्क के अलावा नार्मल दूध के साथ भी मिलाकर बनाया जा सकता है। इसके लिए आपको दूध को गर्म करना है और उसमें हल्दी पाउडर मिलाना है। यदि आप चाहें तो दूध में शहद भी मिला सकते हैं।
हल्दी के औषधीय गुण [Health Benefits of Turmeric]
गोल्डन मिल्क में प्रयोग किया जाने वाला सबसे मुख्य चीज है हल्दी। हल्दी अपने आप में कई औषधीय गुणों से भरपूर है।
एंटी ऑक्सिडेंट [Anti Oxidant]
हल्दी में एक खासियत होती है कि इसमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों की वजह से ये शरीर में होने वाली सूजन को कम करती है। इसी के साथ यह जोड़ों के दर्द में भी काफी लाभदायी होती है।
कई अध्ययनों में ये भी सामने आया है कि हल्दी में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सिडेंट गुण घबराहट और रक्तचाप का बढ़ना, खून में चीनी की मात्रा अनियंत्रित होना, हाजमे से जुड़ी समस्याओं को नियंत्रित करने में भी काफी मददगार साबित होते हैं।
एंटी इंफ्लामेटरी [Anti Inflammatory]
वहीं हल्दी में एंटी इंफ्लामेटरी गुण भी पाए जाते हैं। ये सिर्फ शरीर में होने वाली सूजन को ही कम नहीं करते हैं बल्कि कैंसर, अल्जाइमर, ह्रदय रोग और मेटाबोलिक सिंड्रोम जैसी बीमारियों में भी काफी लाभदायी होते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने में लाभदायक
हल्दी में पाए जाने वाले तत्व हमारे शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने में भी मदद करते हैं। हल्दी वाला दूध रोजाना पीने से आप इंफेक्शन, सर्दी, फ्लू और कई अन्य स्वास्थ्य बीमारियों से अपना बचाव कर सकते हैं।
नोट– बता दें कि हल्दी वाले दूध यानि कि गोल्डन मिल्क में आप ऊपर बताई गई सामग्रियों के अलावा अपने हिसाब से और भी चीजें मिलाकर इस दूध को बना सकते हैं जैसे दालचीनी, काली मिर्च इत्यादि। ये सभी मसाले किसी ना किसी तरीके से आपकी सेहत को फायदा पहुंचाते हैं। क्योंकि कई कैफे जो गोल्डन मिल्क ग्राहकों को सर्व कर रहे हैं वो दूध, हल्दी और शहद के अलावा इन चीजों को भी इसमें मिला रहे हैं।