Pathri Ke Lakshan: किसी भी तरह की बीमारी हो हम जरुर चाहते हैं कि हम उससे बचे रहें। हमारे परिवार की उससे रक्षा हो। इसके लिए जरुरी है कि आमतौर पर हो जाने वाली बीमारियों के लक्षणों और ईलाज के बारे में जानकारी होना। ऐसी ही एक बीमारी है किडनी स्टोन्स। किडनी स्टोन्स(Kidney Stones) कैल्शियम(Calcium) और यूरिक एसिड(Uric Acid) के तत्वों से बनते हैं। हालांकि इनका ईलाज संभव है फिर भी कोशिश की जानी चाहिए कि हम बेहतर डाइट लेकर इससे बचे रहे।
पथरी यानी स्टोन चार प्रकार का हो सकता है(Types Of Kidney Stones In Hindi)
- कैल्शियम स्टोन
- यूरिक एसिड स्टोन
- स्टविटा स्टोन
- सिस्टिन स्टोन
पथरी के दर्द से कैसे बचे (Pathri Ke Dard Se Kaise Bache) और आप इसके होने पर डाॅक्टर से समय पर मिल सकें। इसके लिए हम आपको पथरी के लक्षण(Pathri Ke Lakshan) बता रहे हैं
1. किडनी स्टोन्स क्यों और कैसे होते हैं(Pathri Kaise Hoti Hai)– मूत्र में खास तरह के मिनरल बढ जाने से किडनी में पथरी हो सकती है। जब आप पानी कम पीते हैं तो मूत्र में कई प्रकार के मिनरल बनने लगते हैं जिससे पथरी हो सकती है।
2. पेट, साइड या पीठ में दर्द- पथरी का दर्द असहनीय हो सकता है। यह दर्द तब बढता है जब पथरी संकरी मूत्रवाहिनी में चला जाए। पथरी के मूव करने के साथ साथ दर्द भी मूव करता है। ऐसा तीखा दर्द पथरी की निशानी हो सकता है।
3. मूत्रत्याग के समय दर्द और जलन- पथरी का एक लक्षण है मूत्रत्याग के समय जलन और दर्द। आप इसे इन्फैक्शन समझ सकते हैं लेकिन यह स्टोन यानी पथरी का दर्द हो सकता है।
4. मूत्र में खून का आना- यदि मूत्र में खून आता है तो आपको पथरी के टेस्ट के लिए डाॅक्टर से मिलना चाहिए। मूत्र का रंग लाल, गुलाबी या भूरा हो सकता है।
5. मूत्र का कम मात्रा में आना- यदि आपको बार बार बाथरुम जाना पड रहा है और मूत्र कम मात्रा में आ रहा है तो यह पथरी का लक्षण हो सकता है।
6. उल्टी आना- पथरी होने पर उल्टी आना भी एक लक्षण है। दिल कच्चा रहना भी पथरी होने की निशानी हो सकता है।
7. बुखार आना – यदि आपको बुखार आ रहा है तो डाॅक्टर से मिलकर इसके कारण का पता लगांए क्योंकि पथरी होने की स्थिती में भी बुखार आना एक लक्षण है।
8. थकान और कमजारी महसूस होना- यदि आपको थका हुआ महसूस होता है और कमजोरी भी रहती है तो डाॅक्टर से मिले।
9. बार बार मूत्र आना- यदि मूत्रत्याग की इच्छा बार बार हो तो यह भी पथरी का एक लक्षण हो सकता है।
स्टोन्स यानी पथरी का ईलाज(Pathri ka Ilaaj) एक बार यदि आपके डाॅक्टर को यह पता चल जाता है कि पथरी है तो इसका ईलाज आरंभ किया जा सकता है। पथरी के ईलाज(Pathri ka Ilaaj) के निम्नलिखित तरीके हैं
1. पानी पीना- यदि पथरी का आकार कम है तो दिन में दो से तीन लीटर पानी पीने से पथरी मूत्र के साथ ही पास हो सकती है। पानी और लिक्विड पदार्थ लेने से समस्या हल हो सकती है।
2. पेन रीलीवर्स – जब स्टोन पास होगा तो दर्द हो सकता है। इसके लिए आपके डाॅक्टर आपको दर्द रीलीव करने के लिए दवा दे सकते हैं।
3. मेडीकल थैरेपी – पथरी निकल जाए इसके लिए डाॅक्टर आपको दवाएं दे सकते हैं। इस तरह की दवा को एल्फा ब्लाॅकर कहा जाता है। इन दवाओं से पथरी मूत्र के जरिए कम दर्द से पास हो जाएगी।
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इसलिए पथरी के इन लक्षणों(Pathri Ke Lakshan) को आप बिल्कुल भी अनदेखा न करें। वक्त रहते यहां बताए गए उपायों के अनुसार आप पथरी का इलाज(Pathri Ke Ilaaj) जरूर करवा लें, ताकि भविष्य में बड़ी परेशानी से आप खुद को बचा सकें।