आज के समय में अगर कोई इंसान जीवन में शक्ति और साहस पाना चाहता है l तो उसे भगवान हनुमान जी की पूजा करने की सलाह दी जाती है l इसका एक कारण भी ये है हिन्दुओ में हनुमान जी को सबसे बलशाली और ताकतवर देवता माना जाता है l कुछ लोग आज भी ये मानते है हनुमान अभी भी धरती पर ही है l
वैसे तो टीवी सीरियल में देवी देवताओ के बारे में बहुत कुछ बताते है l लेकिन अभी भी कुछ ऐसी बाते है l जिनके बारे में सभी लोग नहीं जाते है l इस लेख में हम आपको हनुमान जी के बारे कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बताएगे l
हनुमान जी की रोचक बाते (Hanuman ji Facts in Hindi)
ये बात बहुत ही कम लोगो को पता है कि हनुमान जी के पांच सगे भाई थे और उन पाँचो की शादी भी हुई थी l इस बात का उल्लेख “ब्रह्मांडपुराण” में किया गया l हनुमान जी सभी भाइयो में सबसे बड़े थे l मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान और धृतिमान ये हनुमान जी के भाइयो के नाम है l हनुमान जी के भाइयो की संतान भी थी और उनका वंश बहुत सालो तक चला है l
हनुमान जी भगवान के अवतार थे l हनुमान जी के माँ अंजना भगवान शिव की भक्त थी l भगवान शिव जी ने उनकी पूजा से प्रसन्न उनके पुत्र के रूप में जन्म लेने का वरदान दिया था l
भगवान हनुमान जी के जन्म की बहुत ही लम्बी कहानी है l एक बार राजा दशरथ पुत्रोष्टि यज्ञ कर रहे थे l यज्ञ के बाद ऋषि ने उनकी सभी पत्नियों को खाने के लिए खीर दी थी l रानी कौशल्या के हिस्से का कुछ खीर एक चील लेकर भाग गया था l इसके बाद भगवान शिव जी ने उस खीर को पूजा कर रही अंजना के हाथो में गिरा दिया और अंजना ने उसे भगवान का प्रसाद समझ कर खा लिया l इस प्रकार हनुमान जी का जन्म हुआ था l जो भगवान शिव का अवतार था l
हनुमान जी को बजरंगबली क्यों कहा जाता है
एक बार सीता माँ अपनी मांग में सिंदूर लगा रही थी l यह देख कर हनुमान जी ने पूछा की आप ये सिंदूर क्यों लगा रही हो l इस पर सीता माँ ने कहा कि श्री राम उनके पति है l उनकी लम्बी उम्र के लिए सिंदूर लगती हु l यह सुन कर हनुमान जी ने सोचा अगर थोड़ा से सिंदूर से श्री राम की उम्र लम्बी हो सकती है l इसलिए उन्होंने अपने पुरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया था l ताकि श्री राम की उम्र लम्बी हो जाये सिंदूर को बजरंग कहा जाता है l यही कारण है कि उनको लोग बजरंगबली कहने लग गए और उनकी पूजा में भी सिंदूर चढ़ाया जाता है l
संस्कृत में हनुमान जी का अर्थ
हनु का अर्थ है जबड़ा और मन का अर्थ है विपरीत करना l आप सभी जानते है l हनुमान जी को बचपन में मारुति के नाम से बुलाते थे l हनुमान जी ने सूर्य को फल समझ कर खा लिया था l जिससे पुरे संसार में अँधेरा हो गया था l भगवान इंद्र ने क्रोधित होकर हनुमान जी पर वर्ज से प्रहार किया l जिससे उनका जबड़ा टूट गया था l इस घटना के बाद मारुति को हनुमान जी कहने लगे थे l
हनुमान जी का एक पुत्र था
यह जानकर आपको बड़ा आश्चर्य होगा l हनुमान जी के ब्रह्मचारी होने के बाद भी उनका एक पुत्र था l उनके पुत्र का नाम मकरध्वज था l जिसका जन्म एक मछली के पेट से हुआ था l हनुमान जी ने जब पूरी लंका को आग लगाई थी और अपनी पूछ की आग बुझाने के लिए समुन्द्र में डुबकी लगाई l तब उनके पसीने को एक मछली ने निगल लिया था l इस प्रकार मकरध्वज का जन्म हुआ था l
हनुमान जी को मौत की सजा भगवान राम ने सुनाई थी l
नारद जी कहने पर भगवान हनुमान जी ने विश्वामित्र का स्वागत नहीं किया l इस बात से विश्वामित्र जी नाराज़ हो गए और भगवान राम को हनुमान को मृत्यु ढंड देने को कहा था l भगवान राम उनका आदेश टाल नहीं सके क्युकी विश्वामित्र भगवान राम के गुरु थे l इसके बाद हनुमान जी राम नाम का जप करने बैठ गए l जिसके कारण वाण भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाए l ऐसा देख कर श्री राम ने ब्रह्मास्त्र का प्रयोग किया l लेकिन ब्रह्मास्त्र भी वापिस लोट आया l यह सब देख कर श्री राम ने हनुमान जी को मृत्युदंड का विचार त्याग दिया l
हनुमान जी ने भी की थी रामायण की रचना
भगवान श्री राम के राज्याभिषेक के बाद हनुमान हिमालय पर्वत पर चले गए थे l वह उह्नोने अपने नाख़ून से हिमालय की दीवारों पर रामायण को लिखा था l जब हर्षि वाल्मीकि अपनी रामायण को हनुमान जी को दिखने गए, तो वहा दीवारों को वर्णित रामायण को देखकर उदास हो गए l क्युकी उनका मानना था कि हनुमान जी रामायण श्रेष्ट है l यह सब देख कर भगवान राम समझ गए और उन्होंने अपनी रामायण को मिटा दिया था l
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