Solar Eclipse 2020 Effects: साल 2020 का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून को लगने वाला है, जिसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। इस ग्रहण को लेकर ज्योतिष कई तरह की आशंकाएं जता रहे हैं। माना जा रहा है कि इस ग्रहण का बुरा असर अक्टूबर तक पड़ेगा, जिसकी वजह से भारी नुकसान हो सकता है। इतना ही नहीं, यह ग्रहण भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। आजतक की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के मुताबिक, ज्योतिर्विद प्रतीक भट्ट ने ग्रहों की चाल को लेकर गई बड़ी भविष्यवाणी की है।
ज्योतिर्विद प्रतीक भट्ट के मुताबिक, ये ग्रहण मृगशिरा, आर्द्रा नक्षत्र और मिथुन राशि में लगेगा। इसके अलावा, यह सूर्य ग्रहण काफी खास है, क्योंकि इस दौरान सात ग्रह वक्री रहेंगे, जिसका असर देश विदेश में देखने को मिलेगा। दावा किया जा रहा है कि यह ग्रहण देश विदेश में बदलाव करने वाला साबित होगा। बता दें कि जहां एक तरफ भारत कोरोना वायरस की मार झेल रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ बॉर्डर पर भी तनाव बढ़ रहा है, ऐसे में इस ग्रहण का असर भारत के दृष्टिकोण से काफी ज्यादा होने वाला है।
चीन के साथ खराब होंगे संबंध
ज्योतिषों की मानें तो मकर राशि का स्वामी शनि मकर राशि में है, जो भारत के भाग्य भाव में है। इसके अलावा, शनि में जीव के कारक बृहस्पति आ रहे हैं, जो नीच के भाव में हैं। ऐसे में इन सबकी वजह से 7 जुलाई तक भारत की स्थिति काफी खराब रहेगी। इतना ही नहीं, चीन के साथ रिश्ते तो बिगड़ेंगे ही। साथ ही दोनों देशों तकरार बढ़ेगी, जिसका खामियाजा दोनों को ही भुगतना पड़ेगा।
क्या कहती है भारत और चीन की कुंडली?
भारत की कुंडली की बात करें, तो यह ग्रहण भारत के दूसरे ग्रह यानी धन और वाणी के ग्रह को प्रभावित करेगा, जिसकी वजह से 21 जून से लेकर सितंबर तक स्थितियां बेकार रह सकती हैं। हालांकि, भारत चीन को करारा जवाब दे सकता है, लेकिन दोनों देशों के रिश्ते अक्टूबर में जाकर संभल सकते हैं।
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चीन की कुंडली पर चर्चा करें तो इस समय चीन राहु केतु के प्रभाव में है और मतिभ्रम का शिकार है, जिसकी वजह से दुनियाभर में उसके खिलाफ आक्रोश का माहौल पैदा हो सकता है। बताया जा रहा है कि चीन की न सिर्फ भारत के साथ अनबन होगी, बल्कि दुनिया के कई अन्य देशों के साथ भी उसका छोटा मोटा युद्ध हो सकता है। हालांकि, सितंबर के बाद भारत बलशाली बनकर चीन पर भारी पड़ेगा।