Shradh Me Kya Na Kare: हमारे सनातन संस्कृति के अंदर श्राद्ध को बहुत ज़्यादा महत्व दिया जाता है। अपने मृत पूर्वजों के आत्मा को संतुष्टि प्रदान करने के लिए और उनका आशीर्वाद पाने के लिए सभी को श्राद्ध ज़रूर करना पड़ता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर मृत व्यक्ति का उसके परिवार वाले श्राद्ध नहीं करते हैं तो मृत व्यक्ति को मुक्ति नहीं मिलती है। इसके अलावा वे तड़पते और भटकते रहते हैं। सोशल मीडिया के ऊपर श्राद्ध के काफी गलत और भ्रामक तरीके बताएं जाते हैं। लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि सही ढंग से श्राद्ध करने का आखिर क्या तरीका होता है। इसके अलावा आपको ये भी पता चलेगा कि श्राद्ध के दिनों में आपको क्या करने से बचना चाहिए।
श्राद्ध को सफल बनाने के लिए कीजिए ये उपाय(Shradh me kya karna chahiye)
- श्राद्ध को हमेशा तीसरे पहर में यानी दोपहर में ही करना चाहिए। श्राद्ध का कार्यक्रम किसी बहुत साफ जगह पर ही किया जाना चाहिए। इसके अलावा वहां ब्राह्मणों के खाने की व्यवस्था ज़रूर अच्छी होनी चाहिए।
- श्राद्ध करते वक्त आपको बिल्कुल शांति की मुद्रा में रहना चाहिए। पूजा करते समय बिल्कुल भी क्रोध या किसी बात को लेकर हड़बड़ी करने से पूजा स्वीकार नहीं होती है। अगर किसी भी वजह से अशांति या जल्दबाज़ी के हालात बनते हैं तो पूजा को शुरू से करना चाहिए।
- श्राद्ध के पूजा में चावल, फल, जड़युक्त सब्जी, जल और तिल का इस्तेमाल ज़रूर करें। इन चीजों के अर्पण से आपके पित्रों को शांति और मुक्ति की प्राप्ति होती है।
- श्राद्ध की पूजा में भोजन करते समय अगर किसी भी ब्राहमण को कोई कमी लगती है तो आप ये प्रयास करें कि वो कमी भोजन कराते समय ही आप दूर कर सकें। क्योंकि अगर श्राद्ध के कार्यक्रम से कोई ब्राह्मण असंतुष्ट होकर जाता है तो ये अच्छा नहीं माना जाता है।
तो ये हमनें आपको बताया कि श्राद्ध के कार्यक्रम में क्या करने से आपकी पूजा सफल मानी जाती है। अब हम आपको बताएंगे उन गलतियों के बारे में जिनसे आपको श्राद्ध पूजा में बचना चाहिए।
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श्राद्ध की पूजा में ये काम करने से बचें(Shradh Me Kya Na Kare)
- ऐसा कहा जाता है कि श्राद्ध की पूजा किसी भी दूसरे व्यक्ति या फिर दूसरे के ज़मीन पर नहीं करना चाहिए। जगह बड़ी हो या छोटी आपको कोशिश करनी चाहिए कि आपके अपने स्थान पर ही श्राद्ध की पूजा हो।
- पुराणों में ये बात एकदम स्पष्ट तरीके से बताई गई है कि भूलकर भी श्राद्ध की पूजा में बासी खाने की चीजों का उपयोग ना करें। भलें ही खाने की कम आइटम रखें लेकिन कोशिश करें कि सभी चीजें ताजी हो।
- कुछ ऐसी चीजें होती है जिनका उपयोग श्राद्ध के पूजा के दौरान बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। ये चीजें हैं- कोदो, अलसी, समुद्र जल का नमक, राजमा, मसूर, तीसी, चना, भेड़ का दूध, भैंस का घी और उंटनी का दूध।
ज़रूरी सूचना: ये सभी जानकारी सिर्फ सामान्य ज्ञान के लिए दी गई है। जब आप अपने पित्रों की शांति के लिए पूजा का आयोजन करें तो ज़रूर किसी अच्छे पुरोहित को वहां मौजूद रखें।