Badminton Player Kaise Bane: आज के समय में खेल सिर्फ खेल नहीं रह गया है बल्कि ये लाखों रुपये कमाने का एक बेहतर साधन बन चुका है। साथ ही यह मशहूर होने का बहुत ही बेहतर जरिया भी है। देखा जाये तो आज के समय में लोग खेलकूद में काफी दिलचस्पी ले रहे हैं। यदि आपको कोई स्पोर्ट्स पसंद है तो इसके ज़रिए आप अपनी पसंद और शौक़ को अपना प्रो़फेशन बना सकते हैं। खेल अब करियर के नए आयाम विकसित कर रहे हैं। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आये दिन होने वाले तरह-तरह के मैच और प्रतियोगिताओ के कारण खेल, खिलाड़ी और उससे जुड़ें लोगों के सामने ऊंचाइयों को छूने का अवसर है। हालांकि, हमारे देश में सबसे ज्यादा क्रेज क्रिकेट का है मगर पिछले कुछ वर्षों में बैडमिंटन और इसके खिलाड़ी बहुत ही शानदार तरह से उभरकर सामने आये हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे है कि एक बैडमिंटन प्लेयर कैसे बना जा सकता है।
जरूरी है नियम की जानकारी (Badminton Rules in Hindi)
किसी भी खेल को सीखने से पहले उसके कुछ बेसिक नियम जान लेना बहुत ही आवश्यक होता है। तो सबसे पहले हम जानेंगे कि बैडमिंटन के खेल के क्या नियम हैं और अन्य कौन-कौन सी जरूरी बातें हैं जो इस खेल को खेलने वाले सभी खिलाड़ियों के लिए आवश्यक है। एशिया के कई देशों में खेला जाने वाला यह खेल बड़े ही जोश और जनून के साथ खेला जा रहा है, जिसमे चाइना, भारत, श्रीलंका आदि देश मुख्य रूप से नज़र आते हैं।
बताना चाहेंगे कि बैडमिंटन कोर्ट एक चतुर्भुजाकार जगह होती है जिसे एक नेट की सहायता से दो बराबर भागों में बांट दिया जाता है। प्रायः एक ही कोर्ट को इस तरह से बनाया जाता है कि उसे सिंगल्स और डबल्स दोनों के लिए इस्तेमाल किया जा सके। कोर्ट की चौड़ाई 6.1 मीटर या 20 फिट होती है, जो सिंगल्स मैच के दौरान घटाकर 5.18 मीटर कर दी जाती है। कोर्ट की पूरी लम्बाई 13.4 मीटर या 44 फिट होती है। कोर्ट के मध्य में स्थित नेट से 1.98 मीटर पीछे दोनों तरफ एक सर्विस लाइन होती है। डबल्स कोर्ट के दौरान ये सर्विस लाइन बेक बाउंड्री से 0.73 मीटर की दूरी पर होती है।
इस खेल में बैडमिंटन रैकेट जिसकी लम्बाई 680 मिलीमीटर और इसके कुल चौड़ाई 230 मिलीमीटर की होती है। ये अंडाकार होता है। इसमें एक हैंडल होता है, जिसे पकड़ कर खिलाड़ी कॉक को स्ट्रोक करते हैं। एक अच्छे क़िस्म के रैकेट का वजन 70 से 95 ग्राम के बीच होता है। इसके अलावा एक शटलकॉक भी होती है जिसका वज़न लगभग 4.74 ग्राम से 5.50 ग्राम के बीच होता है। इसका आधार 25 मिलीमीटर से 28 मिलीमीटर के व्यास का एक वृत्त होता है जो नीचे की तरफ गोलाकार होता है इसके इस्तेमाल से पूरा खेल खेला जाता है।
कैसे बनें एक अच्छा बैडमिंटन खिलाड़ी (Badminton Player Kaise Bane)
आपको बता दें कि एक अच्छा बैडमिंटन खिलाड़ी बनने के लिए अच्छी शारीरिक बनावट और बढ़िया स्टैमिना, दिमागी तौर पर मजबूत और समर्पण का भाव होना बेहद ही जरूरी होता है। पी.वी सिंधु और साइना नेहवाल के लंबे होने की वजह से लोगों को लगता है कि इसमें हाइट का फायदा मिलता है, मगर यह लोगों की गलतफ़हमी है। छोटे कद के लोग भी यह खेल अच्छा खेल सकते हैं। अगर आपके अन्दर इस खेल के प्रति समर्पण और लगाव है तो आप 6 या 7 वर्ष की उम्र से ही इसे सीखना प्रारंभ कर सकते हैं।
यह बात जान लेना बहुत ही आवश्यक है कि इस खेल में कामयाबी के लिए खिलाड़ी के लिए सबसे पहले शॉट पर कंट्रोल बनाना जरूरी होता है। अपनी बेस लाइन से सामने वाले खिलाड़ी की बेस लाइन तक शटल को पहुंचाने में जरा-सी चूक आपको भारी पड़ जाती है। शॉट ज्यादा तेज लग गया तो शटल थर्ड लाइन के बाहर गिर सकती है और थोड़ा धीमा रह गया तो शटल सेंटर कोर्ट तक ही रह जाएगी और विपक्षी के पास एक जोरदार स्मैश लगाकर पॉइंट बनाने का आसान मौका आ जाएगा। इसलिए अगर इस खेल में करियर बनाना है तो एक अच्छी अकैडमी में एडमिशन लेना ही होगा। जब तक आप अच्छे से बेहतर की ओर बढ़ना नहीं सीखते, तब तक आप एक औसत खिलाड़ी ही कहलाते हैं। इसलिए टाइमिंग को अपनी ट्रेनिंग में रुकावट न बनने दें। खुद को फिट रखने के लिए भी आपको कई तरह के ऐरोबिक्स करने पड़ते हैं, जिन्हें घर पर भी किया जा सकता है।
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बैडमिंटन स्कवैश की तरह ही होता है जिसमें सफलता आपके कुशल फुटवर्क में होती है। यदि आप कोर्ट में फ्लैट-फूटेड रहेंगे तो आप शॉट्स को रिटर्न नहीं कर पाएंगे। बेहतर होगा कि आप अपने टोज़ पर रहें। किसी शॉट के रिटर्न होने की प्रतीक्षा करते समय अपने पैरों को ऊपर-नीचे करते रहें। अपने कदम आगे-पीछे और अगल-बगल करके छोटे-छोटे मूवमेंट्स करते रहें, जिससे शॉट को रिटर्न करने के लिए आप अपने आपको सही पोजीशन में ला सकें। सुस्त न रहें और शटल को रिटर्न करने के लिए अपने हाथों को ज्यादा दूर न ले जाएं। इसके बजाय जब तक शटल बिलकुल सही स्थिति में न आ जाये अपने कदमों के सहारे छोटे-छोटे मूवमेंट्स करते रहें। बेहतर होगा कि अच्छा बैडमिंटन खिलाड़ी बनने के लिए आप किसी अच्छे बैडमिंटन अकैडमी में दाखिला लें और वहां योग्य कोच से प्रशिक्षण प्राप्त करें, ताकि आपकी दिशा बेहतर बने और आपका खेल जल्दी और ज्यादा निखरे।
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