Volleyball Rules In Hindi: वॉलीबॉल एक बेहद दिलचस्प खेल है जिसकी पहचान खिलाड़ियों की उत्तम उर्जा और अनुशासन है। वॉलीबॉल दो तरह से खेला जाता है इनडोर और आउटडोर। हालांकि इसे बीच पर खेलना भी काफी दिलचस्प होता है और इसका अलग ही मजा है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं वॉलीबॉल कैसे खेला जाता है(Volleyball Kaise Khelte Hain), वॉलीबॉल के इतिहास(Volleyball Ka Itihas) और वॉलीबॉल के नियम(Volleyball Rules In Hindi) के बारे में।
वॉलीबॉल का इतिहास(Volleyball Ka Itihas)
वॉलीबॉल का इतिहास काफी दिलचस्प रहा है। शुरुआत में यह भारत में केवल शौकिया तौर पर ही खेला जाता था, लेकिन स्वतंत्रता से पहले सन 1936 में इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने पहली इंटरस्टेट चैंपियनशिप आयोजित की। इसके बाद सन 1951 में इस खेल का ढांचा तैयार कर इसे वॉलीबॉल फेडरेशन ऑफ़ इंडिया का नाम दिया गया ।
इसके अगले साल सन 1952 में सीनियर नेशनल चैंपियनशिप की पहली प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसके बाद लोगों की रूचि इस खेल की तरफ बढ़ती गई और भारत को नया कौशल देखने को मिला।
वॉलीबॉल के नियम(Volleyball Rules In Hindi)
वॉलीबॉल के मैच में दो टीमें हिस्सा लेती हैं और एक बारी में, एक टीम से केवल छह खिलाड़ी ही मैदान में उतरते हैं। दोनों टीमों के बीच एक नेट बंधा होता है। टॉस के लिए सिक्का उछाल कर यह फैसला किया जाता है कि पहला सर्व किस टीम की तरफ से होगा। खिलाड़ी को बेसलाइन के पीछे रहकर ही सर्व करना होता है और विरोधी टीम को इसके बाद केवल तीन पास में गेंद को वापस विरोधी की ओर भेजना होता है। जो खिलाड़ी सामने से आई सर्व को पिच करता है, वह फोर आर्म्स से अपने साथियों के लिए गेंद बनाता है और इसे खेल की भाषा में ‘पास’ या ‘बंप सेट’ कहते हैं। गेंद को छूने वाला दूसरा खिलाड़ी सेटर कहलाता है, जो गेंद को नेट के पास खड़े खिलाड़ी तक पहुंचाने की कोशिश करता है। गेंद को छूने वाला आखिरी खिलाड़ी ‘स्पाइक’ कहलाता है।
कैसे मिलते हैं अंक
एक गेम 5 सेटों का होता है और पहले 4 सेट 25 अंकों के होते हैं। यदि पहले दो सेटों में स्कोर 2-2 से बराबर हो जाता है, तो पांचवा सेट 15 अंकों का होता है। हर रैली टूटने के बाद एक अंक मिलता जाता है और जिसके खाते में यह अंक जाता है, वही टीम सर्व करती है। यदि कभी स्कोर 24-24 हो जाए या पांचवे सेट में 14-14 हो जाए तो टीम को जीतने के लिए लगातार दो अंकों की ज़रूरत होती है।
वॉलीबॉल कोर्ट का साइज़(Volleyball Court Size)
वॉलीबॉल कोर्ट की लंबाई 18 मीटर(59 फ़िट) (Volleyball Court Ki Lambai) और चौड़ाई 9 मीटर(29.5 फ़िट) होती है। कोर्ट के बीचों-बीच यानि 9 मीटर(29.5 फ़िट) के बाद नेट लगाकर कोर्ट को दो भागों में बांटा जाता है। पुरुषों के खेल में नेट की ऊंचाई(Volleyball Net Height For Male In Hindi) जमीन से 2.43 मीटर(7.97 फ़िट) होती है व महिलाओं के खेल में नेट(Volleyball Net Height For Female In Hindi) 2.24 मीटर(7.35 फ़िट) ऊंचा होता है। अटैकलाइन जो कि फ्रंट और बैक कोर्ट को बांटती है, नेट से 3 मीटर(10 फ़िट) दूर होती है।
गेंद का वजन 260-290 ग्राम के बीच, सरकमफ्रेंस 65-67 सेंटी मीटर(25.5-26.5 इंच) व पीएसआई 4.3-4.6 के बीच होता है।
वॉलीबॉल से संबन्धित प्रमुख प्रतियोगिताएं
- फेडरेशन कप
- शिवाजी गोल्ड कप
- एशिया कप
- इन्दिरा एस. प्रधान ट्रॉफी
- विश्व कप
- ग्रांड चैम्पियन कप
- इंडिया स्वर्ण कप
- पुर्णिमा ट्रॉफी
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भारतीय वॉलीबॉल खिलाड़ी(Indian Volleyball Players)
- जे. एस. बावा
- बलवंत सिंह
- शियोरज सिंह
- जगदीश सिंह
- टी. गोपालन
- कुलदीप चोपड़ा
- सत्यप्रकाश
- महेंद्र सिंह
- दलेल सिंह
- सुखपाल सिंह
- अमीर सिंह
- पी. वी. रमन, आदि
उम्मीद है ऊपर दी गई वॉलीबॉल से संबन्धित सभी जानकारी कि वॉलीबॉल कैसे खेला जाता है, वॉलीबॉल का इतिहास(Volleyball Ka Itihas) क्या है और वॉलीबॉल के नियम(Volleyball Rules In Hindi), आदि वॉलीबॉल को जानने में आपकी मदद करेंगे।