Benefits of Kasuri Methi in Hindi: भारत में आयुर्वेद में जो सबसे अद्भुत जड़ी-बूटियां बताई गई हैं, उनमें से मेथी भी एक है। मेथी के बीज के साथ इसके पत्ते और सूखी मेथी के पत्ते भी इस्तेमाल में आते हैं। सूखी मेथी के पत्तों को कसूरी मेथी के नाम से भी जानते हैं। विशेषकर महिलाओं को कसूरी मेथी के सेवन से बड़े लाभ मिलते हैं। महिलाओं के शरीर में जीवन के अलग-अलग चरणों में कई तरह के परिवर्तन देखने को मिलते हैं। कई तरह की परेशानियां भी उनके शरीर में आती हैं। ऐसे में आयुर्वेद यह कहता है कि मेथी और इससे तैयार होने वाले अन्य उत्पादों को महिलाओं को अच्छे स्वास्थ्य के लिए आहार में जरूर शामिल करना चाहिए। कसूरी मेथी मेथी के पत्तों को सुखाकर तैयार की जाती है। हरी पत्तेदार सब्जियों के तौर पर भी मेथी के पत्तों का इस्तेमाल होता है।
1. पेट की सेहत
महिलाओं को पीरियड्स से लेकर मेनोपॉज जैसे शरीर में कई तरह के बदलाव झेलने पड़ते हैं। इनमें से अधिकतर का संबंध पेट से होता है। ऐसे में इससे पाचन की प्रक्रिया बिगड़ जाती है। भोजन में मेथी के सूखे पत्तों को शामिल करने से इन्हें बड़ी राहत मिलती है। कसूरी मेथी को 5 मिनट तक उबालकर बिना छाने ठंडा होने देने के बाद थोड़ा शहद मिलाकर पीने से कब्ज में आराम मिल जाता है। दिन में दो बार इसके मिश्रण का सेवन कब्ज से छुटकारा पाने के लिए करना चाहिए।
2. गर्भावस्था के बाद लाभकारी – (Benefits of Kasuri Methi in Hindi)
गर्भावस्था के बाद भी कसूरी मेथी के सेवन से फायदा मिलता है, क्योंकि जो महिलाएं स्तनपान कराती हैं, इससे उनके स्तन में दूध की बढ़ोतरी हो पाती है। दरअसल कसूरी मेथी में जो डायोस्जिनिन कम्पाउंड मौजूद होता है, उसके कारण दूध की बढ़ोतरी हो जाती है।
3. संक्रमणों का सामना
कई तरह के संक्रमण से भी महिलाओं के पेट को कसूरी मेथी बचाती है। इसका सेवन यदि किया जाए तो इससे दिल की बीमारियां दूर रहती हैं। गैस्ट्रिक से यह बचाता है। रोजाना इसका सेवन किया जाए तो आंतों की समस्या नहीं होती है। मेथी की पत्तियों को सुखाकर पीस लेना चाहिए और कुछ बूंदे नींबू की मिलाकर इसे उबले हुए पानी के साथ पीना चाहिए। इससे पेट की समस्याएं दूर हो जाती है।
4. एनीमिया का उपचार
भारत में बड़ी संख्या में महिलाएं एनीमिया की शिकार हैं। हर चार में से तीन महिलाओं को एनीमिया होता ही है। मेथी का सेवन करने से उनके शरीर में आयरन पहुंचता है। ऐसे में हीमोग्लोबिन का स्तर उनके शरीर में बढ़ने लगता है। एनीमिया की शिकार महिलाओं को मेथी के पत्तों को अपने आहार में जरूर शामिल कर लेना चाहिए
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5. हार्मोनल बदलाव
जिंदगी भर महिलाओं को अपने शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों से संघर्ष करना पड़ता है। उम्र जैसे-जैसे बढ़ती है, पीरियड्स, प्रेगनेंसी और मेनोपॉज की वजह से हार्मोनल उतार-चढ़ाव शरीर में होते ही हैं। ऐसे में महिलाएं यदि कसूरी मेथी का सेवन करें तो हार्मोनल बदलावों की वजह से जो लक्षण नजर आते हैं या जो समस्याएं होती हैं, उनसे लड़ने के लिए शरीर में हार्मोन स्तर को संतुलित करने में कसूरी मेथी सहायक होती है।
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6. ब्लड शुगर पर नियंत्रण
जो महिलाएं डायबिटीज का शिकार होती हैं, दिन में वे कुछ भी खा लें तो उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। मेथी में एंटी-डायबिटीज गुण होते हैं। ऐसे में यह इसको नियंत्रित कर लेती है। टाइप 2 डायबिटीज के अंदेशे को भी यह दूर कर देती है। नियमित रूप से डायबिटीज की मरीज इसे खाएं तो उनका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है
7. वजन घटाने में सहायक
वजन को कम करने के लिए महिलाओं को कसूरी मेथी के पत्तों को चबाकर खाना चाहिए। खाली पेट इसका सेवन करना लाभकारी होता है। इसमें जो घुलनशील फाइबर होते हैं, पेट उससे जल्दी भर जाता है, जिसके कारण भूख बार-बार नहीं लगती है।