Homeopathy Medicine for Coronavirus– दुनिया भर में कोरोना वायरस के मामले करीबन 70 लाख तक पहुंच चुके हैं। अभी तक मार्केट में इस वायरस का कोई वैक्सीन नहीं आ पाया है। हर देश अपने तरीके से इस खतरनाक वायरस का वैक्सीन बनाने में जुटा है। लेकिन पूरी तरह से किसी भी देश को अभी सफलता नहीं मिल पाई है। भारत भी इस वायरस को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए बहुत से प्रयास कर रहा है। आयुर्वेद के बाद अब आयुष मंत्रालय ने कोरोना वायरस के उपचार के लिए होम्योपैथ को एक वैकल्पिक दवा के रूप में इस्तेमाल करने की सलाह दी है। लेकिन सवाल यह उठता है कि, क्या वाकई में कोरोना के इलाज में होम्योपैथ कारगर साबित होगा। आइये जानते हैं इससे जुड़े महत्वपूर्ण फैक्ट्स।
आयुष मंत्रालय की हाँ WHO की ना (Homeopathy Medicine for Coronavirus)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, बीते दिनों कोविड 19 के इलाज के लिए आयुष मंत्रालय ने होम्योपैथ की दवा आर्सेनिक एल्बम 30 का उपयोग करने की सलाह महाराष्ट्र, कर्णाटक, तमिलनाडु और केरल जैसों राज्यों को दी थी। चूँकि इन राज्यों में कोरोना के मरीज सबसे ज्यादा है इसलिए आयुष मंत्रालय द्वारा ये निर्देश जारी किए गए थे। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि, कोविड 19 के इलाज के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन होम्योपैथ दवाओं को उपयोगी नहीं मानती है। बहरहाल होम्योपैथ के उपयोग पर काफी सवालिया निशान भी लगाएँ गए। आपको बता दें कि, इसका एक कारण यह भी है कि, अभी तक विज्ञान में होम्योपैथ दवाओं के किसी भी तरह के फायदों के बारे में कोई जिक्र नहीं है। यह भी एक मुख्य कारण है जिस वजह से कोविड 19 में होम्योपैथ दवाओं के उपयोग की सलाह विश्व स्वास्थ्य संगठन नहीं देता है। हालाँकि बहुत से ऐसे लोग भी हैं जिनका विश्वास होम्योपैथ दवाओं पर अन्य दवाओं की तुलना में ज्यादा है।
आर्सेनिक एल्बम के उपयोग की सलाह क्यों दी गई
जब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने किसी होम्योपैथ दवा का उपयोग कोविड 19 के मरीजों पर करने से मना कर दिया है, तो अब सवाल यह उठता है कि फिर आखिर आयुष मंत्रालय ने ऐसे सलाह क्यों दिए। बता दें कि, आयुष मंत्रालय ने कोविड 19 के लिए होम्योपैथ की एक दवा आर्सेनिक अल्बम के उपयोग की सलाह दी थी। इस होम्योपैथ दवा का उपयोग विशेष रूप से सर्दी, जुखाम और फ्लू आदि में किया जाता है। बहरहाल कोरोना वायरस के शुरूआती लक्षण भी कुछ ऐसे ही हैं इसलिए इस दवा का उपयोग करने की सलाह दी गई थी। बता दें कि, आर्सेनिक एल्बम नाम की इस दवा में आर्सेनिक के कण पाए जाते हैं जिसे बार-बार पानी में गर्म करने के बाद मरीज को दिया जाता है। इस दवा को होम्योपैथ में सीने में जलन और सिर दर्द के लिए भी काफी असरदार माना जाता है।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना के मरीजों पर इस दवा का इस्तेमाल करने की सलाह इसलिए नहीं दे रहा क्योंकि, होम्योपैथ दवाओं का असर हर व्यक्ति के ऊपर अलग तरह से होता है। जरूरी नहीं की ये दवा हर किसी को सूट करे, दूसरी बात ये की अभी तक आर्सेनिक एल्बम का कोई क्लीनिकल ट्रायल नहीं किया गया है। लिहाजा इसका उपयोग मरीजों पर करना सुरक्षा के लिहाज से भी ठीक नहीं माना जा रहा है।