किसान विधेयक को लेकर एक तरफ जहां सरकार विपक्षी पार्टियों का विरोध झेल रही है और इस मामले को लेकर आए दिन विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं अब एनडीए सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकीं हरसिमरत कौर(Harsimrat Kaur) ने भी सरकार के खिलाफ बगावती सुर छेड़ दिए हैं। दरअसल अपने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब हरसिमरत कौर ने राष्ट्रपति से मदद की गुहार लगाई है।
किसान विधेयक के खिलाफ हरसिमरत कौर
दरअसल किसान विधेयक को लेकर किसानों के बीच जिस तरह का असंतोष फैला है, उसे देखते हुए अब हरसिमरत कौर(Harsimrat Kaur) ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से ट्वीट कर आग्रह किया है कि वह विधेयकों पर हस्ताक्षर न करें और ऐसे ही लौटा दें। जिससे वह पारित न हो सके। उन्होंने राष्ट्रपति से यह अपील किसान विधेयक के विरोध में की है।
केंद्र की मोदी सरकार में पूर्व खाद्य प्रसंस्करण मंत्री रहीं हरसिमरत कौर(Harsimrat Kaur) ने ट्वीट कर लिखा है, ‘अकाली दल के बाद, अब 18 विपक्षी पार्टी किसान विधेयकों को वापस लेने के लिए राष्ट्रपति के पास पहुंच चुके हैं। यह इस वक्त की जरूरत है। मैं राष्ट्रपति कोविंद जी से आग्रह करती हूं कि वो अन्नदाताओं की आवाज सुनें और केंद्र सरकार से इन विधेयकों पर उठे सवालों पर बात करने को कहें।’
कैबिनेट मंत्री के पद से दिया था इस्तीफा
आपको बता दें कि किसान विधेयक के विरोध में हरसिमरत कौर(Harsimrat Kaur) ने पिछले हफ्ते ही अपने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और साथ ही इस विधेयक का विरोध कर रहे हरियाणा और पंजाब के किसानों पर जिस तरह से लाठियां बरसाईं गई थीं।
यह भी पढ़े
- कोरोना काल में अगर उत्तराखंड घूमने का है प्लान, तो जरूर पढ़ें ये खबर
- होटल इंडस्ट्री को नुकसान से बचाने के लिए आए “फ्लाइंग शेफ”, अब खाना परोसने का अंदाज होगा अलग!
- मुंबई के पास भिवंडी में बड़ा हादसा, 3 मंजिला इमारत ढही, 10 की मौत
उसके बाद से अकाली दल भी मोदी सरकार के विरोध में खुलकर सामने आ गई थी। यही वजह है कि अब पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस विधेयक को पारित न करने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से गुहार लगाई है।