Thonaujam Brinda Arrested: एक तरफ जहां देशभर में पुलिस कर्मियों का कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मान किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मणिपुर की एक महिला आईपीएस अधिकारी पर लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने के आरोप लगे हैं। दरअसल मणिपुर पुलिस(Manipur Police) ने लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन मामले में एक महिला आईपीएस अधिकारी को हिरासत में ले लिया था। आईपीएस अधिकारी के हिरासत में लिए जाने के बाद यह मामला पूरे देश में काफी तेजी से वायरल हुआ था।
जानकारी के मुताबिक पश्चिमी इम्फाल की पुलिस ने बीते मंगलवार को इस बात की जानकारी देते हुए बताया है कि महिला आईपीएस अधिकारी थोनाउजम बृंदा(Thonaujam Brinda) और उनके साथ दो अन्य पुलिसकर्मियों को लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन(Lockdown Rules Violation) के चलते तात्कालिक तौर पर हिरासत में लिया गया था।
सीएम एनबीरेन सिंह से पंगा लेना पड़ा महंगा
वहीं दूसरी ओर मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बृंदा को मणिपुर के मुख्यमंत्री से पंगा लेना भी महंगा पड़ा है, जिसके बाद अब उन्हें हिरासत में लिया गया है। दरअसल आईपीएस बृंदा (Thonaujam Brinda) ने मणिपुर के सीएम पर आरोप लगाए थे। वो फिलहाल सरकार की आलोचना की वजह से सुर्खियों में भी रही हैं। आपको बता दें कि आईपीएस बृंदा ने आरोप लगाया था कि एक पूर्व भाजपा पदाधिकारी के खिलाफ जांच में मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने दखल दिया था।
जानकारी के मुताबिक भाजपा के पदाधिकारी पर आरोप लगे थे कि वह स्मगलिंग जैसे गंभीर मामले में लिप्त थे। बृंदा ने यह आरोप एफिडेविट के जरिए कोर्ट में लगाए हैं। हालांकि कोर्ट की ओर से बृंदा को नसीहत भी दी गई थी कि वह सीएम पर मानहानिकारक टिप्पणी से बचें। फिलहाल उनके खिलाफ कोर्ट में अवमानना का मामला भी चल रहा है।
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दरअसल बृंदा पर कोर्ट रूम में जज की तरफ आपत्तिजनक इशारे किए जाने का आरोप लगा है। हालांकि उन्होंने इस आरोप से इनकार कर दिया है। हालांकि अब एक बार फिर से उनका नाम सुर्खियों में बना हुआ है क्योंकि उन्हें लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन के चलते हिरासत में लिया गया है।