Fire Incident During Summer: गर्मियोंं के मौसम में बढ़ते पारा की वजह से न सिर्फ आपके स्वास्थ्य को नुकसान होता है, बल्कि घर-फैक्ट्री को भी तगड़ा नुकसान हो सकता है। जी हां, पारा बढ़ने की वजह से अक्सर आग लगने की खबरें सुनने या पढ़ने को मिलती है। इसी कड़ी में आज हम आपको गर्मियों के मौसम में पारा बढ़ने पर आग को लगने से कैसे रोका जा सकता है, इसके बारे में कुछ टिप्स देंगे, ताकि आप किसी भी अप्रिय घटना से बच सकें।
अभी तो गर्मियों के मौसम की शुरुआत हुई है और कुछ दिन पहले से पारा आसमान छू रहा है, लेकिन इसी बीच आग लगने की खबरों ने फायर बिग्रेड की नींद उड़ा दी है। जी हां, बीते आठ दिनों की ही बात करें तो दिल्ली के तुगलकाबाद में सैकड़ों झुग्गी जल गई, लुधियाना में हौजरी की बड़ी फैक्ट्री जलकर खाक हो गई और हरियाणा के सोनीपत में चावल के थैले बनाने वाली फैक्ट्री में आग लग गई।
मंगलवार को 145 जगहों पर लगी आग
दिल्ली के चीफ फायर आफिसर अतुल गर्ग ने मीडिया को बताया कि अकेले दिल्ली में ही मंगलवार को आग लगने की 145 सूचनाएं मिली हैं, जिसकी वजह से उनकी टीम की तो नींद उड़ गई है। कुल मिलाकर, गर्मियों के मौसम में आग लगने की घटना ज्यादा देखने को मिलती है, ऐसे में आपको इसके बचाव के बारे में भी पता होना चाहिए।
गर्मियों में क्यों लगती है ज्यादा आग? (Reason for Fire Incident During Summer)
यूं तो आग लगने की कई कारण हो सकते हैं, लेकिन यहां हम उन कारणों के बारे में बता रहे हैं, जिसकी वजह से अक्सर आग लगने की खबरें सुनाई देती हैं-
- गैस सिलेंडर का लीक करना।
- पाइप और रेगुलेटर का खराब होना।
- बिजली की खराब वायरिंग होना
- घटिया और सस्ते उपकरण का इस्तेमाल करना।
- अधिक लोड होने की वजह से फायर होना।
- मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती और पूजा के दीया जलाते वक्त लापरवाही करना।
- गली-मोहल्ले में जहां-तहां कूड़ा करकट जलाना।
आग को लगने से कैसे रोकें? (How to Stop Fire Incident During Summer)
यूं तो आग को लगने से रोकना काफी हद तक मुश्किल काम है, लेकिन कुछ सावधानियों को बरत कर आप इस घटना को टाल सकते हैं, जिसके बारे में आपको हम नीचे बता रहे हैं-
- आग लगने से निपटने के लिए बाल्टी में अक्सर पानी भरकर रखें।
- अपने आसपास बड़ी मात्रा में पानी का फुल टैंकर रखें।
- गैस को लीक होने से बचाने के लिए समय समय पर उसकी जांच कराते रहें।
- मच्छरों से बचाव वाली अगरबत्ती को सावधानीपूर्व जलाएं, ताकि दुर्घटना न हो।
- कम से कम बिजली का इस्तेमाल करें, ताकि लोड ज्यादा न हो।
- बिजली की वायरिंग को अक्सर चेक करते रहें।
- ऐसी, कूलर और फ्रिज से बिजली पर लोड बढ़ता है, ऐसे में ज़रूरत पड़ने पर ही इसका इस्तेमाल करें।
- टिड्डियों के झुंड से निपटने के लिए तैयार हुई योगी सरकार, दिया ये बड़ा आदेश
- सोशल मीडिया पर धोनी के रिटायरमेंट की अफ़वाह उड़ाने वाले को साक्षी ने दिया करारा जवाब !