भारत में शहरों से लेकर गांव तक आज इंटरनेट (Internet) की सुविधा उपलब्ध है। मोबाइल नेटवर्क कंपनियों द्वारा आए दिन मोबाइल डाटा के सस्ते प्लान की वजह से आज अमूमन हर घर में इंटरनेट(Internet) सेवा उपलब्ध है। विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के बाद जिओ ने देश भर में इंटरनेट (Internet) सेवा को फ्री करके और अब सस्ते दामों पर डेटा प्लान उपलब्ध करवा के सभी के लिए इसे काफी आसान बना दिया है। देश और दुनिया से जुड़ने के लिए इंटरनेट(Internet) सबसे उपयोगी माध्यम बन गया है। अथाह ज्ञान और मनोरंजन की चीजों से भरपूर इंटरनेट(Internet) के द्वारा आप जिस बारे में चाहे ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार आने वाले साल 2023 तक भारत में लगभग 900 मिलियन इंटरनेट(Internet) उपभोक्ता हो जाएंगे।
सिस्को (CISCO) वार्षिक इंटरनेट (Internet) रिपोर्ट 2018- 2023
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, सिस्को वार्षिक इंटरनेट(Internet) रिपोर्ट 2018 से 2023 में ये बात सामने आई है कि, वर्तमान में भारत में 2018 की जनगणना के अनुसार करीबन 766 इंटरनेट (Internet) उपभोक्ता है। साल 2023 तक ये आंकड़ा करीबन 900 मिलियन तक पहुंच सकता है।
देखा जाए तो आज भारत में आधा अरब लोग हर दिन इंटरनेट(Internet) का इस्तेमाल करते हैं। सूत्रों की माने तो, इस अनुमानित आकड़े में से करीबन 56 प्रतिशत लोग मोबाइल के जरिए इंटरनेट(Internet) का इस्तेमाल करेंगे। इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 तक भारत में करीबन 2.1 मिलियन डिवाइस इंटरनेट(Internet)से जुड़ जाएंगे। इस विषय में सिस्को इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर आनंद भास्कर का कहना है कि, “डिजिटल साक्षरता, मोबाइल पैठ और इंटरनेट कनेक्टिविटी के बढ़ने से देश में गहरी पैठ होगी, देश भर में खपत में व्यापक बदलाव होगा।” इंटरनेट कनेक्टिविटी में होने वाला ये बदलाव देश के इंटरनेट प्रोवाइडर कंपनियों एक लिए किसी बड़े चैलेंज से कम नहीं होगा।
जानें सिस्को रिपोर्ट में वर्णित जरूरी तथ्यों को
सिस्को (CISCO) रिपोर्ट 2018 से 2023 में वर्णित तथ्यों के अनुसार साल 2023 तक भारत में करीबन 62 प्रतिशत इंटरनेट (Internet) उपभोक्ता 5जी नेटवर्क कनेक्टिविटी से जुड़ जाएंगे। अमूमन 52 प्रतिशत लोग तब भी 4जी इंटरनेट (Internet) कनेक्टिविटी का इस्तेमाल ही करेंगे और केवल 38 प्रतिशत लोग 3जी कनेक्टिविटी का इस्तेमाल करेंगे। इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 तक मशीन टू मशीन कनेक्टिविटी करीबन 25 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। स्मार्ट मीटर, हेल्थ मॉनिटरिंग डिवाइस, वीडियो सर्विलांस और पैकेज ट्रैकिंग डिवाइस की दर और बढ़ेगी जिन्हें मुख्य तौर पर इंटरनेट (Internet) कनेक्टिविटी की आवश्यकता होगी। लोगों के इंटरनेट (Internet) से जुड़ने पर जाहिर है कि, देश भर में बहुत से ऐसे डिवाइस का भी अलग-अलग सेक्टर में निर्माण होगा जिसके जरिए इंडिया को डिजिटल बनाने में और भी ज्यादा मदद मिल सकेगी।
इंटरनेट (Internet) उपभोक्ताओं के बढ़ने से मोबाइल एप्लीकेशन की संख्या भी बढ़ेगी
इस रिपोर्ट के अनुसार देश भर में धड़ल्ले से बढ़ते इंटरनेट (Internet) उपभोक्ताओं की वजह से सोशल नेटवर्किंग, वीडियो स्ट्रीमिंग, डाउनलोड, बिजनेस प्रोडक्टिविटी और इ-कॉमर्स वेबसाइट के कामों में इज़ाफा होने और आए दिन नए इंटरनेट(Internet) यूजर के बढ़ने से नए मोबाइल एप्लीकेशन भी बनाये जाएंगे जो ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित करने का काम कर सकते हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 तक वैश्विक स्तर पर इंटरनेट (Internet) उपभोक्ताओं की कुल संख्या करीबन 5.3 बिलियन हो जाएगी।